राष्ट्रीय
05-Dec-2025


प्रयागराज,(ईएमएस)। भारतीय रेलवे में मेडल विजेता खिलाड़ियों के लिए आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन (ओटीपी) प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाने की तैयारी कर ली है। भारतीय रेलवे ने ओलिंपिक, एशियाई खेल, कामनवेल्थ गेम्स या राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। यह डिजिटल प्रक्रिया 1 दिसंबर 2025 से पूरी तरह से लागू हो गई है। यह प्रक्रिया ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) में बनाए गए एक विशेष डिजिटल माड्यूल के माध्यम से पूरी की जाएगी। प्रमोशन अब कुछ ही हफ्तों में हो जाएगा, जबकि पहले इसमें छह महीने से दो साल तक का समय लग जाता था। मेडल की जानकारी दर्ज होते ही सिस्टम खुद पात्रता और खेल कोटे के सभी नियमों की जांच और वैलिडेट करेगा। फाइल डिजिटल रूप से उच्च अधिकारियों तक अप्रूवल के लिए पहुंचेगी। मंजूरी मिलते ही प्रमोशन आर्डर जारी होगा और नई पोस्टिंग तुरंत एचआरएमएस में अपडेट हो जाएगी। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी। बिना एक भी कागजी फाइल घुमाए यह प्रक्रिया पूरी होगी। रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि कोई भी पुराना या नया ओटीपी केस ऑफलाइन नहीं चलेगा। जिन मामलों की फाइलें अभी फाइनल अप्रूवल अथारिटी तक नहीं पहुंची हैं, उन्हें भी इसी नए माड्यूल के जरिए ही निपटाना अनिवार्य होगा। इस कदम से ढाई हजार से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय और हजारों राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी जो रेलवे में कार्यरत हैं, वे बिना किसी आर्थिक या मानसिक तनाव के अपने अगले बड़े टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित कर सकते है। आशीष दुबे / 05 दिसंबर 2025