:: लगातार चौथे दिन देशव्यापी अराजकता; पायलट फ्लाइंग-टाइम नियमों में चूक के कारण संकट, स्थिति 10-15 दिसंबर तक सामान्य होने की उम्मीद :: भोपाल/इंदौर (ईएमएस)। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो द्वारा पायलटों के उड़ान-समय (Pilot Flying-Time) नियमों के प्रबंधन में विफलता के कारण उपजे देशव्यापी संकट का असर आज मध्य प्रदेश के हवाई अड्डों पर भी व्यापक रूप से देखा गया। शुक्रवार को राज्य के विभिन्न हवाई अड्डों पर इंडिगो की कुल 85 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। :: मध्य प्रदेश के हवाई अड्डों पर स्थिति :: प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, राज्य के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे इंदौर (देवी अहिल्या बाई होल्कर) पर इंडिगो की कुल 49 उड़ानें (25 आगमन और 24 प्रस्थान) रद्द हुईं, जिसकी पुष्टि निदेशक सुनील मग्गिरवार ने की। इसी तरह, भोपाल (राजा भोज) हवाई अड्डे पर इंडिगो की 28 निर्धारित उड़ानों में से 18 उड़ानें (9 आगमन और 9 प्रस्थान) रद्द की गईं, जैसा कि निदेशक रामजी अवस्थी ने बताया। इसके अतिरिक्त, जबलपुर (डुमना) हवाई पट्टी से 10 उड़ानें, खजुराहो से 4 उड़ानें (जो विदेशी पर्यटकों को प्रभावित करती हैं), और ग्वालियर (राजमाता विजयाराजे सिंधिया) हवाई अड्डे से भी 4 उड़ानें रद्द रहीं, जिसकी जानकारी संबंधित हवाई अड्डा निदेशकों ने दी। दिल्ली में विश्वविद्यालय की बैठक के लिए जा रहीं यात्री कनक आहूजा ने इंदौर हवाई अड्डे पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि, हर कोई यहाँ परेशान है। रिफंड की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन आगे की यात्रा के लिए कोई विकल्प नहीं है। वहीं, कोयंबटूर जाने वाले जस्टिन नामक एक अन्य यात्री ने शिकायत की कि उन्हें पहले उड़ान पुनर्निर्धारित होने की सूचना मिली थी, लेकिन हवाई अड्डे पर आने पर पता चला कि वह रद्द हो चुकी है। यह संकट इंडिगो द्वारा नए पायलट फ्लाइंग-टाइम विनियमों के लिए योजना बनाने में विफल रहने के कारण शुरू हुआ। इस बीच, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा कि एयरलाइन को उम्मीद है कि शनिवार को 1,000 से कम उड़ानें रद्द होंगी, और स्थिति 10 से 15 दिसंबर के बीच सामान्य होने की उम्मीद है। प्रकाश/05 दिसम्बर 2025