मुर्शिदाबाद,(ईएमएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी से उनकी मुलाकात नहीं कराए जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विदेशी मेहमानों का विपक्षी नेता से मिलना आजादी के बाद से चली आ रही परंपरा है, लेकिन मोदी सरकार जान-बूझकर इसे तोड़ रही है। अधीर रंजन ने कहा, ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन हो रहा है। राहुल गांधी के साथ पुतिन साहब की मुलाकात का इंतजाम सरकार को करना चाहिए था। यह हमारी सदियों पुरानी परंपरा है। पता नहीं पीछे से कौन-सी रस्सी खींची जा रही है कि मुलाकात की कोई योजना ही नहीं बनी। यह देश की परंपरा पर भारी चोट है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुतिन को रूसी भाषा में अनुवादित भगवद्गीता भेंट करने का जिक्र करते हुए तंज कसा, मोदी जी ने पुतिन को गीता दी, इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं। पुतिन साहब भी मोदी जी को बाइबल भेंट कर सकते हैं, अगर वो पढ़ना चाहें। लेकिन आपत्ति सिर्फ एक बात की है – विपक्ष के नेता को मिलने वाला सम्मान छीना जा रहा है। गुरुवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी संसद परिसर में यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विदेशी डेलिगेशनों को स्पष्ट निर्देश दे रही है कि वे विपक्षी नेता से न मिलें। राहुल ने कहा, भारत के संबंध सबके साथ हैं। विपक्ष का नेता एक अलग परिप्रेक्ष्य देता है। हम भी भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। सरकार नहीं चाहती कि विदेशी मेहमान हमसे मिलें और हमारा नजरिया सुनें। कांग्रेस का कहना है कि नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक के कार्यकाल में हर विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख ने विपक्षी नेता से मुलाकात की थी। पुतिन की इस यात्रा में भी राहुल गांधी से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं रखा गया, जिसे विपक्ष लोकतंत्र पर हमला बता रहा है। वीरेंद्र/ईएमएस/06दिसंबर2025 -----------------------------------