क्षेत्रीय
08-Dec-2025
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रायपुर (ईएमएस)। धान खरीदी को लेकर पूरे प्रदेश में किसान हालाकान है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार धान खरीदी में जानबूझ कर अवरोध पैदा कर रही है। धान खरीदी को ले कर सरकार की नीयत में खोट दिख रहा है। बार बार आगाह करने के बावजूद सरकार धान खरीदी की अव्यवस्था को सुधारना नहीं चाह रही। सरकार घोषित नीति प्रति एकड़ 21 क्विंटल के हिसाब से खरीदी नहीं कर रही। किसी भी सोसायटी में 16, से लेकर 19 क्विंटल से अधिक की खरीदी नहीं हो रही। धान बेचने के लिए किसानों को टोकन नहीं मिल पा रहा। बहुत से किसानों का आज भी धान बेचने के लिए एग्री स्टेक पोर्टल में पंजीयन नहीं हो पाया है वे भटक रहे। डबल इंजन की सरकार किसानो का पूरा धान 3100 रु. प्रति क्विंटल के भाव से नहीं खरीदना चाहती, इसलिए जानबूझ कर परेशानी पैदा की जा रही। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि टोकन नहीं कट पा रहा, तौलाई में दिक्कत हो रही, पंजीयन की समस्या यथावत बनी हुई है, आज भी 5 लाख किसान पंजीयन के लिए सोसायटी दफ्तर से लेकर तहसीलदार तक के चक्कर काट रहे। सरकार किसानों का धान तो खरीदना नहीं चाह रही भी सीमावर्ती प्रदेशों से सत्तारूढ़ दल के नेताओं के संरक्षण में बेतहाशा धान आ रहा और सोसायटियों में बिक भी रहा है। पूरी धान खरीदी की व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। मंझोले और छोटे किसान रोज सोसायटी में टोकन के लिये घूम रहे है। धान खरीदी शुरू होने के 23 दिन बाद भी सरकार व्यवस्था नही बना पायी है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि धान खरीदी के बाद किसानों को 3100 प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान भी नही किया जा रहा है। भाजपा ने वादा किया था धान बेचने के 24 घंटे के अंदर उसी ग्राम पंचायत में काऊंटर बनाकर किसनों एक मुश्त भुगतान किया जायेगा, लेकिन प्रदेश के किसी भी ग्राम में सरकार ने किसानों को एकमुश्त नगद भुगतान के लिये काऊंटर नही बनाया और न ही पूरी रकम का भुगतान हो रहा अभी केवल समर्थन मूल्य के हिसाब से भुगतान की गणना की जा रही है। सत्यप्रकाश/चंद्राकर/8 दिसंबर 2025