63 हजार 714 किसानों ने कराया है स्लॉट बुक बालाघाट (ईएमएस). किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व्यवस्था की गई है। इसके अंतर्गत खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में जिले में 185 केंद्रो पर 1 दिसम्बर से धान की खरीदी प्रारंभ कर दी गई है। कलेक्टर मृणाल मीना की अध्यक्षता में 8 दिसम्बर को जिला उपार्जन समिति की बैठक में धान खरीदी की समीक्षा की गई। बैठक में निर्देश दिए गए कि जिले के जिन खरीदी केंद्रो पर अधिक मात्रा में धान की खरीदी हो रही है, उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। ऐसे केंद्रो की प्रतिदिन कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी, सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक एवं नागरिक आपूर्ति निगम की टीम द्वारा जांच की जाए। जिले के सभी खरीदी केंद्रो पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी रखने के निर्देश दिये गए। किसानों से अपील की गई कि वे अपनी धान को अच्छी तरह से साफ कर एवं सुखाकर ही विक्रय के लिए लाए। खरीदी केंद्रो पर शासन द्वारा निर्धारित एफएक्यू गुणवत्ता की धान ही खरीदी जाएगी। बैठक में निर्देशित किया गया कि सभी खरीदी केंद्रो पर बारदाने की समुचित व्यवस्था रखी जाए। बारदाने के अभाव में किसी भी केंद्र पर धान की खरीदी बाधित नही होना चाहिए। बैठक मे बताया गया कि 8 दिसम्बर की शाम तक जिले के 63 हजार 714 किसानों द्वारा धान विक्रय के लिए स्लॉट बुकिंग की गई है, इनमें से 10 हजार 479 किसानों से 4 लाख 50 हजार 120 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके एवज में किसानों को 106 करोड़ 63 लाख 34 हजार 280 रुपए का भुगतान किया जाना है। किसानों से खरीदे गए 1 लाख 16 हजार 100 क्विंटल धान का परिवहन कर गोदामों में पहुंचाया जा चुका है। अब तक किसानों को 01 करोड़ 19 लाख रुपए का भुगतान उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। गोदाम स्तर पर बनाए गए केंद्रो पर धान खरीदी के दौरान किसानों का भुगतान 3 दिनों के भीतर हो जा रहा है। गोदाम स्तरीय 59 केंद्रो पर 01 लाख 79 हजार 930 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। गोदाम स्तरीय केंद्र में धान विक्रय करने वाले किसानों के भुगतान आदेश जेआईटी पोर्टल पर पहुंच गए है और शीघ्र ही राशि किसानों के खाते में पहुंच जाएगी। समिति स्तर पर बनाए गए 126 केंद्रों पर 2 लाख 70 हजार 190 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। समिति स्तर के केंद्रों पर धान विक्रय करने वाले किसानों को भुगतान में कुछ दिनों का इंतजार करना होगा। खरीदी केंद्र से गोदाम में धान पहुंचने पर ही उसके भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ होगी, जबकि गोदाम स्तर के केंद्र पर धान विक्रय करने के साथ ही भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है। भानेश साकुरे / 8 दिसंबर 2025