मुंबई (ईएमएस)। हाल ही में अपने करियर की शुरुआती चुनौतियों को लेकर बॉलीवुड स्टार आमिर खान ने बड़ा खुलासा किया है। आमिर को अपने करियर का वह कठिन दौर देखना पड़ा, जब उनकी लगातार फिल्में असफल होने लगीं। हाल ही में एक समिट में आमिर ने बताया कि सुपरहिट डेब्यू फिल्म कयामत से कयामत तक के बाद उन्हें ढेरों फिल्म ऑफर मिलने लगे, लेकिन वे ऑफर उन निर्देशकों से नहीं थे जिनके साथ वह काम करने का सपना देखते थे। आमिर ने कहा, “पहली फिल्म की सफलता ने मुझे रातोंरात स्टार बना दिया, लेकिन मेरे पसंदीदा निर्देशक मुझे साइन नहीं कर रहे थे। उस समय भी स्टार के रूप में खुद को साबित करना जरूरी था।” उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री में बने रहने के लिए उन्होंने जल्दबाजी में करीब 8–9 फिल्में साइन कर लीं, यह सोचकर कि दूसरे हीरो एक साथ 30–40 फिल्में कर रहे हैं, तो उनके लिए 10 फिल्में करना मुश्किल नहीं होगा। लेकिन शूटिंग शुरू होते ही उन्हें महसूस हुआ कि उन्होंने गलत फैसला लिया। आमिर ने कहा, “मैं एक समय में 2–3 फिल्मों पर काम करने के लिए बना ही नहीं हूं। तभी मुझे पहली बार समझ आया कि स्क्रिप्ट, निर्देशक और निर्माता—ये तीन चीजें किसी भी फिल्म की नींव होती हैं।” आमिर ने बताया कि उनके द्वारा साइन की गई फिल्मों में से अधिकतर की सोच और गुणवत्ता उनकी उम्मीदों से मेल नहीं खाती थी, जिसके कारण लगातार फ्लॉप्स का सिलसिला शुरू हो गया। उन्होंने कहा, “एक फिल्म फ्लॉप हुई, फिर दूसरी, फिर तीसरी। लोग मुझे ‘वन फिल्म वंडर’ कहने लगे, और उस समय यह सच भी था। मैंने सोचा मेरा करियर खत्म हो चुका है।” उन्होंने स्वीकार किया कि उस दौर में वे बेहद टूट गए थे। आमिर बोले, “मैं घर लौटकर रोता था। मुझे लगा सब खत्म हो गया है। मैंने कसम खाई कि अब कभी भी अपने काम से समझौता नहीं करूंगा।” लेकिन इसके बाद आमिर ने खुद को पूरी तरह बदल दिया, और साल 1990 में रिलीज हुई फिल्म दिल ने उनके करियर को नई दिशा दी। इसके बाद राजा हिन्दुस्तानी, सरफरोश, लगान, गजनी, 3 इडियट्स, पीके और दंगल जैसी सुपरहिट फिल्मों ने उन्हें हिंदी सिनेमा के सबसे भरोसेमंद सितारों में शामिल कर दिया। आमिर आखिरी बार फिल्म सितारे ज़मीन पर में नज़र आए थे। सुदामा/ईएमएस 09 दिसंबर 2025