*शिक्षकों का आक्रोश चरम पर* नैनपुर (ईएमएस)। विकासखंड शिक्षा अधिकारी नैनपुर श्री सुभाष चतुर्वेदी के पुनः नैनपुर में बीईओ बनाए जाने के कारण शिक्षकों में आक्रोश है जिसका मूल् कारण यह है की श्री चतुर्वेदी शिक्षकों के वेतन भत्ते अवकाश शुद्धिकरण ऐसे अनेक कार्य हैं, जिन्हें अपने कार्यालय के माध्यम से लटका कर रखते थे बीईओ चतुर्वेदी के कार्यकाल से कभी भी शिक्षकों का वेतन नियत दिनांक पर नहीं हो पाया जिससे शिक्षक एवं स्टॉफ भी परेशान रहता था,और उनकी विभिन्न प्रकार की ईएमआई समय पर नहीं भर पाती थी जिससे उन्हें बढ़ा ब्याज पटाना पड़ता था! कभी भी शिक्षक अपनी समस्या को लेकर यदि बीईओ ऑफिस आते थे तो श्री चतुर्वेदी अपना रुतबा बताकर उन्हें झटकार कर भगा देते थे उनकी किसी प्रकार की समस्याओं को नहीं सुना करते थे यही कारण है कि जब विकासखंड नैनपुर के शिक्षक परेशान हो गए तो सभी यूनियन शिक्षक संघ एक हो गए और उन्होंने एसडीएम नैनपुर आशुतोष महादेव ठाकुर एवं कलेक्टर श्रीमन सोमेश मिश्रा को अपनी परेशानियों से अवगत कराया जिस पर कलेक्टर श्री मिश्रा ने चतुर्वेदी को हटाकर हीरेंद्र वर्मा को नया बीईओ नैनपुर में बनाया अब शिक्षकों के काम समय पर होने लगे उनके वेतन भत्ते भुगतान भी समय पर मिलने लगा और लगभग शिक्षक अपनी शाला में विद्यार्थियों का भविष्य बनाने में मशगूल हो चले थे, वही अचानक पूर्व बीईओ न्यायालीन प्रकरण बना कर फिर सुभाष चतुर्वेदी नैनपुर बीईओ कार्यालय आ गए, जिस पर आज शिक्षकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए रैली निकालकर एसडीएम आशुतोष महादेव ठाकुर को ज्ञापन सोपा,यह बात समझ से एकदम परे है कि जब एक अधिकारी से समस्त शिक्षा जगत विकासखंड की विभिन्न शिक्षकों की यूनियन परेशान है तब उन्हें बार-बार नैनपुर बीईओ क्यों बनाया जा रहा है ? *अब गेंद जिला कलेक्टर के पाले में* जब स्थिति ऐसी निर्मित हो गई है की कर्मचारी उक्त अधिकारी के दिशा निर्देश में कार्य करना नहीं चाहते क्योंकि अधिकारी बीईओ चतुर्वेदी अपने स्टाफ एवं शिक्षकों को परेशान प्रताड़ित करते हैं ऐसी स्थिति में न्यायालय आदेश के बाद भी जिला कलेक्टर उनका स्थानांतरण इस पद पर अंयंत्र कर सकते हैं, इससे नैनपुर बीईओ की समस्या हल हो जाएगी और शिक्षकों का रास्ता आसान हो जाएगा! ईएमएस/मोहने/ 09 दिसंबर 2025