-बांग्लादेश के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर पोलाश ने नोबेल विजेता को लेकर किए खुलासे ढाका,(ईएमएस)। बांग्लादेश के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर और डिप्लोमैट अमीनुल हक पोलाश ने देश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के बारे में कई खुलासे किए हैं। पोलाश ने नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस के पीछे छिपे पावर स्ट्रक्चर, वित्तीय हेरफेर और राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर बात का खुलासा किया। शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद निर्वासन का सामना कर रहे पोलाश का कहना है कि यूनुस अपना जो भोला चेहरा दुनिया को दिखाते हैं, असल में वह उससे एकदम आगे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पोलाश ने एक चैनल से बातचीत में बांग्लादेश की राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली के अंदरूनी रहस्यों पर अपने अनुभवों को साझा किया और मोहम्मद यूनुस का वह पहलू दिखाया है, जिसे दुनिया ने पहले कभी नहीं देखा। पोलाश ने बताया कि उन्होंने एक दशक तक राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश सेवा में काम किया है। इस दौरान जब उनकी जांच यूनुस के नेटवर्क की वित्तीय जड़ों को छूने लगी तो वह चौंक गए। पोलाश ने कहा कि यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने सत्ता संभाली तो पता चला कि मेरे लिए गायब कर दो जैसे शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है। इसके बाद भारत में उनके राजनयिक पद से अचानक वापसी का आदेश आया। मेरे लिए ढाका लौटना मौत की तरफ जाना जैसा था। ऐसे में निर्वासन ही खुद को बचाने का विकल्प था। पोलाश ने यूनुस के माइक्रो-क्रेडिट के आविष्कार के दावे को चुनौती देने वाले दस्तावेजों के बारे में बताया। ये दस्तावेज दिखाते हैं कि यूनुस ने माइक्रो-क्रेडिट का आविष्कार नहीं किया। उन्होंने इसे चुराया और इसका नाम बदलते हुए असली निर्माताओं का नाम हटा दिया। यह फोर्ड फाउंडेशन के फंडिंग वाला प्रोजेक्ट था, जिसे युवा शोधकर्ताओं- स्वपन अदनान, नासिरुद्दीन और एचआई लतीफी ने डिजाइन किया था। पोलाश ने कहा कि दुनिया यूनुस को एक नायक और संत के रूप में देखती है। वहीं मैंने उनका एक दूसरा रूप भी देखा है। उन्होंने ग्रामीण बैंक के नाम पर कई संस्थाएं बनाकर हेरफेरी की है। उन्होंने दान के तौर पर अरबों रुपए लिए और इसका गलत इस्तेमाल किया। यूनुस का ये पूरा नेटवर्क गरीबी उन्मूलन के नाम पर कॉर्पोरेट इंजीनियरिंग थी। पोलाश ने दावा किया कि यूनुस ने अपनी 100 करोड़ रुपए की संपत्ति को उन ट्रस्टों में स्थानांतरित कर दी, जिन्हें वे व्यक्तिगत रूप से नियंत्रित करते थे। पोलाश ने बताया है कि अगस्त 2024 में अंतरिम सरकार का कार्यभार संभालने के बाद यूनुस के खिलाफ चल रहे मामलों को बंद कर दिया गया। पोलाश ने कहा कि उन्होंने अपने करीबियों को पद बांटे हैं। उन्होंने अपने भतीजे अपूर्व जहांगीर को सरकार में उप प्रेस सचिव बनाया है। उनकी लंबे समय से सहयोगी रही लामिया मोर्शेद को एसडीजी और दूसरे उच्च पद मिले है। सभी प्रमुख पदों पर यूनुस के वफादारों को चुपचाप नियुक्ति मिली है। सिराज/ईएमएस 10 दिसंबर 2025