नई दिल्ली (ईएमएस)। रिपोर्ट के मुताबिक ऑटो इंडस्ट्री में सिल्वर की मांग 2025 से 2031 तक सालाना 3.4 फीसदी बढ़ेगी। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) में सिल्वर का इस्तेमाल पेट्रोल-डीजल इंजन वाली गाड़ियों से 2–3 गुना अधिक होता है। ईवी में अधिक इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स लगे होने से सिल्वर की खपत बढ़ेगी। इसके अलावा ऑटोनॉमस ड्राइविंग के आने से सेंसर और ईसीयू की संख्या बढ़ेगी, जिससे डिमांड और बढ़ सकती है। हालांकि कुछ ईसीयू को डोमेन कंट्रोल यूनिट में मर्ज करने की कोशिश सिल्वर डिमांड को सीमित कर सकती है। सिल्वर की मांग केवल ऑटो तक सीमित नहीं है। इसकी उच्च इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी के कारण सोलर पैनल, डेटा सेंटर और ईवी चार्जिंग स्टेशनों में इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है। सोलर पैनल में यह एनर्जी कन्वर्ज़न बढ़ाता है, डेटा सेंटर में प्रोसेसिंग तेज करता है और ईवी चार्जिंग में फास्ट चार्जिंग में मदद करता है। सतीश मोरे/11 दिसंबर