विवादित जमीन पर लग रही नुमाइश, स्टे आदेश के बाद भी तैयारियाँ जारी हाथरस (ईएमएस)। नगर में हिंदू–मुस्लिम एकता सांस्कृतिक प्रदर्शनी के नाम पर एक बार फिर बार बालाओं के अश्लील नृत्य की महफ़िल सजने की तैयारी ने स्थानीय लोगों में रोष पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि हर वर्ष की तरह इस बार भी फूहड़ता और अव्यवस्था का माहौल बनने का खतरा है। पिछले वर्ष इस मंच पर नाबालिग बच्चों द्वारा बार बालाओं पर नोट उड़ाए जाने के वीडियो वायरल होने पर प्रशासन ने रंगशाला को बंद कराया था। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ईदगाह रोड स्थित विवादित जमीन पर लगने वाली इस नुमाइश का स्वरूप सांस्कृतिक प्रदर्शनी जैसा कभी नहीं रहा। नगर पालिका द्वारा वर्षों से लगाई जाने वाली पारंपरिक प्रदर्शनी में जहां सामाजिक, सांस्कृतिक, कवि सम्मेलन और बच्चों के कार्यक्रम होते रहे हैं, वहीं इस विवादित स्थल पर लगने वाली नुमाइश चारदीवारी के भीतर केवल व्यावसायिक रूप में संचालित होती है। यहां बेराइटी शो के नाम पर अश्लीलता दिखाई जाती है और आए दिन झगड़े की घटनाएँ होती रही हैं। पिछले वर्ष झूले से गिरने के कारण एक व्यक्ति की मौत ने भी आयोजन पर सवाल खड़े किए थे। इस बीच इस विवादित भूमि पर नुमाइश रोकने के लिए एक पक्ष द्वारा सिविल कोर्ट से स्थगन आदेश (स्टे) प्राप्त किया गया है। वादी योसेरा सलीम उर्फ हिवा का कहना है कि गाटा संख्या 1273, रकबा 0.864 हेक्टेयर जमीन उनके तथा अन्य जमींदारों की है, जिस पर प्रतिवादीगण मुस्तफिजूल हक, बाबर सिद्दीकी आदि लोग जबरन कब्जा कर रहे हैं और तथ्य छिपाकर नुमाइश लगा रहे हैं। वादी ने उपजिलाधिकारी को स्टे आदेश की सत्य प्रतिलिपि उपलब्ध कराते हुए कार्रवाई की मांग की, जिस पर आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस बार फूहड़ता और अवैध गतिविधियों पर सख्त रोक लगानी चाहिए, ताकि क्षेत्र में अराजकता न फैल सके। ईएमएस / ईएमएस / 11/12/2025