मुंबई (ईएमएस)। मशहूर यूट्यूबर और एक्ट्रेस प्राजक्ता कोली कहा कि डिजिटल कंटेंट क्रिएशन का दौर न तो खत्म हुआ है और न ही धीमा पड़ा है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में यह पहले से कहीं ज्यादा व्यापक, तेज और अनिश्चित हो गया है। एक्ट्रेस प्राजक्ता ने बताया कि डिजिटल स्पेस बदला है, खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दस–ग्यारह साल पहले जब उन्होंने शुरुआत की थी तब केवल लॉन्ग-फॉर्म वीडियो ही चलते थे, लेकिन आज दर्शकों का ध्यान कई प्लेटफॉर्म्स में बंट चुका है। नए-नए फॉर्मेट्स और ट्रेंड्स लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे क्रिएटर्स को भी खुद को लगातार अपडेट रखना पड़ता है। उन्होंने 2017 के डिजिटल बूम को इंडस्ट्री का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बताया और कहा कि इसी बूम की वजह से आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल इकॉनमी बन चुका है, जहां हर बड़ा ब्रांड भारतीय कंटेंट क्रिएटर्स के साथ काम करना चाहता है। अपनी जर्नी को वह पूरी तरह अनप्रेडिक्टेबल बताती हैं। उनके मुताबिक डिजिटल इंडस्ट्री में कोई तय रोडमैप, पैटर्न या रिदम नहीं होता। कभी कुछ वीडियो अच्छा चल जाते हैं और लगता है कि सब सेट हो गया, लेकिन अगला वीडियो आते-आते हालात पूरी तरह बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस फील्ड का यही रोमांच है—यह एक रोलरकोस्टर राइड की तरह है जिसमें हर मोड़ पर नई चुनौती और नया मौका होता है। बीते दस साल में उनकी सबसे बड़ी सीख यही रही है कि बदलाव को पहचानना और तुरंत अपनाना जरूरी है। प्राजक्ता ने कहा कि उनके लिए हमेशा यह समझना महत्वपूर्ण रहा कि किस समय क्या चल रहा है, क्या अब काम नहीं कर रहा और फिर बिना रुके नई दिशा की तरफ बढ़ जाना चाहिए। उनकी मान्यता है कि यही एप्रोच उन्हें इंडस्ट्री में लगातार प्रासंगिक बनाए रखती है। डिजिटल स्पेस को वह चुनौतीपूर्ण के साथ-साथ बेहद रोमांचक भी मानती हैं। सुदामा नरवरे/ 12 दिसंबर 2025