-हर्बल गार्डन और घना वुडलैंड जोन प्रकृति प्रेमियों के लिए बना आकर्षण का केंद्र कोयंबटूर,(ईएमएस)। तमिलनाडु के कोयंबटूर में तमिल भाषा की शास्त्रीय विरासत को समर्पित सेम्मोझी क्लासिकल लैंग्वेज पार्क अब आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। यह पार्क एक अनोखी थीम आधारित हरित क्षेत्र है, जो तमिल भाषा की प्राचीनता और साहित्य को प्रकृति से जोड़कर पेश करता है। यहां आगंतुक न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं, बल्कि तमिल संस्कृति की गहराई को भी समझ सकते हैं। पार्क को तमिलनाडु सरकार ने बनवाया है, जिसकी लागत 208.50 करोड़ रुपए है। सीएम एमके स्टालिन ने 25 नवंबर को इसका उद्घाटन किया था, और अब गुरुवार से यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए खोल दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोयंबटूर के गांधीपुरम इलाके में ऐतिहासिक जेल ग्राउंड पर, जो 45 एकड़ में फैला है। यह जगह पहले जेल थी, लेकिन अब इसे विश्वस्तरीय हरित क्षेत्र में बदल दिया गया है। पार्क का मुख्य उद्देश्य तमिल भाषा की क्लासिकल स्टेटस को सम्मान देना है, साथ ही आधुनिक मनोरंजन और शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करना। प्रवेश द्वार पर ही एक आकर्षक कास्केडिंग वॉटरफॉल है, जो आगंतुकों का स्वागत करता है। तमिलनाडु सरकार की पहल पर, राज्य के लोक निर्माण विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों की टीम ने इसे डिजाइन किया है। इसका विचार तमिल भाषा की समृद्धि को बढ़ावा देने से आया, जो संगम साहित्य से जुड़ी है। पार्क में कई थीम वाले फॉरेस्ट हैं, जैसे क्लासिकल लैंग्वेज फॉरेस्ट, एरोमैटिक फॉरेस्ट, फाइव-फोल्ड फॉरेस्ट, फ्लावर फॉरेस्ट, पजल फॉरेस्ट, शैडो फॉरेस्ट और हेल्थ फॉरेस्ट। संगम साहित्य में वर्णित चंपा वृक्ष के लिए विशेष जोन है। पार्क की सबसे बड़ी विशेषता है इसका शैक्षणिक पहलू– हर पौधे और पेड़ पर क्युआर कोड लगा है, जिसे स्कैन करके आगंतुक उसकी पूरी जानकारी पा सकते हैं, जैसे वैज्ञानिक नाम, सांस्कृतिक महत्व और फायदे। यहां एक विशाल रोज गार्डन है, जिसमें 1000 से ज्यादा किस्मों के गुलाब हैं। हर्बल गार्डन और घना वुडलैंड जोन प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण हैं। वयस्कों के लिए 15 रुपए, 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए 5 रुपए। मासिक वॉकिंग पास 100 रुपए में उपलब्ध है। फोटोग्राफी के लिए स्टिल कैमरा 25 रुपए, वीडियो 50 रुपए, फिल्म शूट 25,000 रुपए प्रतिदिन और शॉर्ट फिल्म 2,000 रुपए। पार्क सुबह 6 से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। यह पार्क न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि तमिल भाषा की क्लासिकल विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाएगा। कोयंबटूर अब एक नई पर्यटन आकर्षण के साथ चमक रहा है। सिराज/ईएमएस 13 दिसंबर 2025