13-Dec-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नेता और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बीजेपी का दृष्टिकोण उन्हें कठोर लगता है, जबकि कांग्रेस पार्टी अधिक लचीली थी और उसमें परामर्श की प्रक्रिया मजबूत थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2021 में कांग्रेस छोड़ दी थी, क्योंकि वे पार्टी की शीर्ष नेतृत्व के व्यवहार से आहत महसूस कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई और 2022 में उसे बीजेपी में विलय कर दिया। पंजाब में 2027 के विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ यह बयान राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम है। बीजेपी राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है, लेकिन पिछले चुनावों में उसे ज्यादा सफलता नहीं मिली। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब एक अलग तरह का क्षेत्र है। देश के अन्य हिस्सों में बीजेपी मजबूत हो रही है, लेकिन पंजाब में ऐसा क्यों नहीं हो रहा? उन्होंने पिछले चुनावों का उदाहरण देते हुए बताया कि पार्टी को बहुत कम सीटें मिलीं। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी में जमीनी स्तर के नेताओं से सलाह नहीं ली जाती। जो लोग मैदान में काम कर चुके हैं और राज्य की राजनीति को अच्छी तरह समझते हैं, उनकी राय नहीं मांगी जाती। फैसले ऊपरी स्तर पर लिए जाते हैं। कांग्रेस में भी फैसले शीर्ष स्तर पर होते थे, लेकिन वहां विधायकों, सांसदों और अन्य नेताओं से व्यापक परामर्श होता था। बीजेपी में ऐसा नहीं होता, जिससे अनुभवी नेताओं की उपेक्षा होती है। कैप्टन के इस बयान से पंजाब की राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि क्या वे कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इसकी संभावना साफ तौर पर नकार दी। जब पूछा गया कि क्या उन्हें कांग्रेस की याद आती है, तो उन्होंने कहा कि नहीं, पार्टी की याद नहीं आती, बल्कि वहां की व्यवस्था की याद आती है। कांग्रेस में व्यापक परामर्श होता था और अनुभव को महत्व दिया जाता था, जो बीजेपी में कमी है। कांग्रेस राय लेने में अधिक लचीली है, जबकि बीजेपी का रवैया थोड़ा कठोर है। यह बयान पंजाब की बदलती राजनीति में बीजेपी की रणनीति पर सवाल उठाता है। कैप्टन जैसे वरिष्ठ नेता की यह टिप्पणी पार्टी के लिए चुनौती पैदा कर सकती है, खासकर जब राज्य में मजबूत आधार बनाने की कोशिश हो रही हो। वीरेंद्र/ईएमएस/13दिसंबर2025 -------------------------------------