महाराष्ट्र में हुई 70 लाख की ठगी में नाबालिग निकला आरोपी, पुलिस कर रही तलाश जामताड़ा,(ईएमएस)। साइबर अपराध के लिए झारखंड का जामताड़ा जिला पूरे देश में बदनाम है। यहां बड़े तो बड़े, बच्चे भी साइबर अपराध में हाथ आजमा रहे हैं। महाराष्ट्र के अमरावती जिले की पुलिस शनिवार को 70,06,047 रुपए की ठगी के मामले में जामताड़ा पहुंची। पुलिस साइबर ठग को पकड़ने में सफल नहीं हो सकी, क्योंकि लाखों की ठगी की वारदात को अंजाम देने वाला 16 साल का किशोर था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया की तैयारी कर वापस लौट गई। बताया जा रहा है कि इस नाबालिग ठग ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले के कई लोगों से ठगी की है और ठगी की रकम 900 से ज्यादा खातों में ट्रांसफर की गई है। इनमें कई बैंक खाते ऐसे हैं, जिनसे ऑनलाइन खरीदारी के लिए पैसों का लेनदेन किया गया है। आरोपित किशोर जामताड़ा शहरी क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह किशोर साइबर ठगी में शामिल एक गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लोगों को शेयर मार्केट में भारी मुनाफे का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहा था। इस गिरोह में कई अन्य शातिर अपराधी भी शामिल हैं और इन्हीं इनपुट के आधार पर महाराष्ट्र पुलिस जामताड़ा में जांच में जुटी है। वहीं, दूसरी ओर एक अन्य मामले में जामताड़ा साइबर थाना पुलिस ने छापेमारी कर एक ठग को दबोचा है। आरोपित कृष्णकुंज का निवासी बासुदेव दास है। वह मूल रूप से सुगापहाड़ी का रहने वाला है। उसके पास से छापेमारी में पुलिस ने दस मोबाइल, आठ सिम कार्ड, 15 एटीएम कार्ड, दस चेकबुक, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड और एक वोटर कार्ड जब्त की है। आरोप है कि आरोपी लोगों को एक्सिस बैंक एवं अन्य बैंकों के केवाईसी अपडेट और नवीनीकरण के नाम पर उनके मोबाइल में स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड करवाता था और इसके जरिए गोपनीय जानकारी हासिल कर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था। शातिर के निशाने पर इन दिनों झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग थे। सिराज/ईएमएस 14दिसंबर25