वॉशिंगटन(ईएमएस)। अमेरिका में कार्यरत सैकड़ों भारतीय पेशेवर इस समय गंभीर अनिश्चितता और मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से दिसंबर में प्रस्तावित एच-1बी वीजा अचानक स्थगित कर दिए गए हैं, जिसके कारण कई भारतीय नागरिक भारत में ही फंसे हुए हैं। नए इंटरव्यू स्लॉट अब मार्च–अप्रैल 2026 या उससे भी आगे के लिए शिफ्ट कर दिए गए हैं। इस अप्रत्याशित फैसले से इन लोगों की नौकरियों पर सीधा खतरा मंडराने लगा है और भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस संकट के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारतीय पेशेवरों ने मदद की गुहार लगाई है। इस संबंध में साझा की गई पोस्ट तेजी से वायरल हो गई। पोस्ट में अमेरिका में रह रहे भारतीयों से अपील की गई है कि वे जनवरी और फरवरी के लिए उपलब्ध एच-1बी के लिए स्लॉट बुक न करें। जिन लोगों ने पहले से स्लॉट बुक कर रखे हैं, उनसे उन्हें रद्द करने का अनुरोध किया गया है, ताकि भारत में फंसे लोगों को जल्द इंटरव्यू का अवसर मिल सके और वे अपनी नौकरियों पर लौट सकें। पोस्ट में भावुक शब्दों में लिखा गया है कि वे बेहद तनाव में हैं और उनके परिवार भी इस स्थिति से प्रभावित हो रहे हैं। उनके पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। इस अपील ने प्रवासी भारतीय समुदाय के भीतर गहरी संवेदना और सहयोग की भावना को जन्म दिया है। कई लोगों ने आगे बढ़कर मदद का हाथ बढ़ाया और स्लॉट रद्द करने की पुष्टि भी की। एक ओर अमेरिका में कुछ वर्ग एच-1बी वीजा व्यवस्था में सख्ती को स्थानीय श्रमिकों के हित में बता रहे हैं और इस कदम का समर्थन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भारतीय समुदाय ने आपसी एकजुटता और मानवीय संवेदनाओं की मिसाल पेश की है। ऑनलाइन चर्चाओं में सैकड़ों प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कई लोगों ने लिखा कि इस सहयोग को देखकर अच्छा लगा और यह दिखाता है कि मुश्किल समय में लोग एक-दूसरे के साथ खड़े होते हैं। कुछ उपयोगकर्ताओं ने यह भी बताया कि लंबे समय तक भारत में रुकने से उनकी नौकरी पर खतरा बढ़ गया है। कई अमेरिकी कंपनियां अमेरिका के बाहर से रिमोट काम करने की अनुमति नहीं देतीं। ऐसे में इंटरव्यू में देरी उनके करियर और आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकती है। सोमवार सुबह तक इस अपील से जुड़ी पोस्ट पर 1,300 से अधिक समर्थन प्रतिक्रियाएं और 462 से ज्यादा टिप्पणियां दर्ज की जा चुकी थीं। यह मामला सिर्फ एक वीजा संकट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस सामूहिक एकजुटता और इंसानियत की तस्वीर भी पेश करता है, जो कठिन परिस्थितियों में प्रवासी भारतीय समुदाय को एक-दूसरे के और करीब ले आती है। वीरेंद्र/ईएमएस/15दिसंबर2025 ------------------------------------