गांधीनगर (ईएमएस)| एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गांधीनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए सीआईडी क्राइम के एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक आर्म्ड पुलिस कॉन्स्टेबल को 30 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर कॉल सेंटर से जुड़े एक मामले में कार्रवाई न करने और सेटलमेंट कराने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है। एसीपी सूत्रों के अनुसार सीआईडी क्राइम गांधीनगर ज़ोन थाने में दर्ज कॉल सेंटर के एक मामले में शिकायतकर्ता और उसके मित्र के खिलाफ कार्रवाई न करने के एवज में पुलिस इंस्पेक्टर पेठा कमरशीभाई पटेल और आर्म्ड पुलिस कॉन्स्टेबल विपुल बाबुभाई देसाई ने बड़ी रकम की मांग की थी। बातचीत के बाद रिश्वत की राशि 30 लाख रुपये तय हुई। रिश्वत देने को तैयार न होने पर शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया। इसके बाद एसीबी अहमदाबाद शहर के पुलिस इंस्पेक्टर डी.एन. पटेल और उनकी टीम ने जाल बिछाया। यह ट्रैप गांधीनगर के सरगासन क्षेत्र में स्वागतम सिटी मॉल के आगे सार्वजनिक सड़क पर स्थित ‘द ऑफिसिस - हरी ग्रुप’ नामक निर्माणाधीन साइट के सामने लगाया गया। जाल के दौरान कॉन्स्टेबल विपुल देसाई ने शिकायतकर्ता से मुलाकात की, जबकि पुलिस इंस्पेक्टर पी.के. पटेल ने भी रिश्वत लेने की सहमति दी। जैसे ही कॉन्स्टेबल ने 30 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार की, एसीबी टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया। बाद में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई। पूरे ऑपरेशन की निगरानी एसीबी अहमदाबाद इकाई के प्रभारी सहायक निदेशक डी.एन. पटेल ने की। उल्लेखनीय है कि इस घटना से खाकी की छवि को गहरा आघात पहुंचा है। एसीबी मामले की आगे की जांच कर रही है। चेतना/15 दिसंबर