व्यापार
16-Dec-2025


- परियोजना के लिए संभावित स्थल की खोज जारी भुवनेश्वर (ईएमएस)। टाटा पावर के एक प्रमुख अ‎धिकारी ने कहा कि कंपनी 10 गीगावाट क्षमता वाला वेफर और इन्गोट संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रही है। इस परियोजना में लगभग 6,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह कदम टाटा पावर को सौर ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र में एक पूर्ण रूप से एकीकृत कंपनी बनाने की दिशा में है, क्योंकि कंपनी पहले से ही मॉड्यूल और सेल का निर्माण करती है। अ‎धिकारी ने कहा कि कंपनी जनवरी 2026 तक परियोजना को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रही है। वित्त वर्ष 2025-26 की अंतिम तिमाही में परियोजना की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। परियोजना के लिए संभावित स्थल की खोज जारी है और स्थान चयन से पहले राज्य की नीतियों और प्रोत्साहनों पर विचार किया जाएगा। टाटा पावर वर्तमान में ओडिशा, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर नजर डाल रही है। चयनित स्थल पर कंपनी जल और इन्गोट संयंत्र स्थापित करने के साथ-साथ राज्य सरकारों द्वारा मिलने वाले प्रोत्साहनों को भी ध्यान में रखेगी। कंपनी की कुल ऊर्जा क्षमता 15.9 गीगावाट है, जिसमें थर्मल, सौर और पवन ऊर्जा शामिल हैं। इसके अलावा, टाटा पावर परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार की भी योजना बना रही है। निजी कंपनियों के लिए कानूनी संशोधनों के बाद कंपनी 20–50 मेगावाट क्षमता वाले छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) परियोजनाओं की संभावनाओं का पता लगाएगी। इस नई परियोजना के साथ, टाटा पावर सौर ऊर्जा उत्पादन में और अधिक आत्मनिर्भर बनकर ऊर्जा क्षेत्र में अपनी भूमिका मजबूत करेगी। सतीश मोरे/16‎दिसंबर ---