सिडनी,(ईएमएस)। सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुई गोलीबारी की घटना ने ऑस्ट्रेलियाई समाज को झकझोर दिया है। इस हमले में दो आतंकियों (बाप-बेटे) ने वहशीपन दिखाया, लेकिन कुछ लोगों ने इंसानियत के साथ वफ़ा निभाते हुए बहादुरी का परिचय दिया। ईंट से आतंकियों का मुकाबला करने वाले नायक नाम रुवेन मॉरिसन (62 वर्ष) है। वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि रुवेन मॉरिसन लगातार फायरिंग कर रहे एक आतंकी को ईंट फेंककर मार रहे थे। उन्होंने किसी हथियार के न मिलने पर ईंट को ही प्रतिरोध का प्रतीक बनाया। उनकी बेटी, शीना गुटनिक के अनुसार, रुवेन आतंकियों पर चिल्ला रहे थे और अपने समुदाय की रक्षा कर रहे थे। उन्होंने भीड़ को भागने के लिए कुछ पल का समय दिया। रुवेन मॉरिसन की बेटी शीना गुटनिक ने कहा: मुझे जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार जैसे ही उन्होंने गोलीबारी शुरू की, मेरे पिता कूद पड़े, वे आतंकियों पर ईंट फेंकने में सफल रहे... वे अपने समुदाय की रक्षा कर रहे थे, तभी उन्हें गोली मार दी गई। अगर इस धरती से उन्हें जाने का कोई एक तरीका होता, तब वह एक आतंकवादी से लड़ते हुए होता... वह लड़ते हुए गिरे, उन लोगों की रक्षा करते हुए जिनसे वह सबसे ज्यादा प्यार करते थे।” स्ट्रीट कैमरा फुटेज से पता चलता है कि रूवेन आतंकियों को देखकर भागे नहीं, बल्कि लोगों की जान बचाने के लिए उनकी तरफ दौड़े और उनका सामना करने के लिए हाथ में पत्थर लिए आगे बढ़े। एक रब्बी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि जितनी देर उन्होंने आतंकियों को रोका, उतने ही समय में दूसरे यहूदी भागने, छिपने और बचने में कामयाब रहे। रब्बी के अनुसार, रुवेन ने दर्जनों, शायद सैकड़ों यहूदियों की जान बचाई। उन्होंने हमले में मारे जाने के बजाय दूसरों के लिए अपनी जान दे दी। रुवेन मॉरिसन का परिचय वे चबाड समुदाय के सदस्य थे और सोवियत संघ से आए एक व्यापारी थे। सिडनी में उन्होंने अपनी यहूदी पहचान की खोज की थी। उन्हें जानने वाले लोग, जैसे कि चावी ब्लॉक, उन्हें बहुत दयालु इंसान बताते हैं। बेटी गुटनिक ने उन्हें असीम उदारता, हास्य बोध और अद्भुत इंसान बताया। बात दें कि घटना की तारीख 14 दिसंबर 2025 सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुई। जहां यहूदी समुदाय के हनुक्का उत्सव के दौरान आंतकी पिता और बेटे ने गोलीबारी की। इस आंतकी घटना में अब तक 15 लोग (जिसमें एक 10 साल की बच्ची भी शामिल है) जान जा चुकी है। वहीं हमलावार दो आतंकी, जो रिश्ते में बाप-बेटे थे साजिद अकरम (54 साल) को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया। जबकि नवीद अकरम (24 साल) गंभीर रूप से घायल और अस्पताल में है, जिस पर आतंकवाद संबंधी आरोप लगाए जाने की तैयारी है। आशीष/ईएमएस 17 दिसंबर 2025