नई दिल्ली (ईएमएस)। गोवा में भारतीय नौसेना के मुख्यालय आईएनएस हंसा में भारतीय नौसेना के प्रमुख की मौजूदगी में आईएनएएस 335 ‘ऑस्प्रे’ स्क्वाड्रन को औपचारिक रूप से कमीशन कर दिया गया। इस स्क्वाड्रन के शामिल होने के साथ ही एमएच -60R मल्टी-रोल हेलिकॉप्टर पश्चिमी तट पर नौसेना के पहले ऑपरेशनल स्क्वाड्रन के रूप में अपनी सेवाएं देने लगा। इसे भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत को और सशक्त बनाने वाला एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस अवसर पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि यह अवसर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्ष 2025 में नौसेना के फ्लीट एयर आर्म के गठन को 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ्लीट एयर आर्म ने भारतीय नौसेना को बहुआयामी और शक्तिशाली बल बनने में अहम योगदान दिया है। नौसेना प्रमुख ने 17-18 दिसंबर 1961 को ऑपरेशन विजय के दौरान गोवा मुक्ति अभियान में नौसैनिक उड्डयन की महत्वपूर्ण भूमिका को भी याद किया। नौसेना प्रमुख ने बताया कि वर्तमान समुद्री माहौल पहले से कहीं अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण बन गया है। भू-राजनीतिक बदलाव, नई तकनीकें और समुद्री मार्गों पर बढ़ते खतरे भारत की समुद्री सुरक्षा की अहमियत को और बढ़ा देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, और इस दिशा में समुद्री सुरक्षा और मजबूत प्रतिरोध क्षमता अत्यंत महत्वपूर्ण है। सुबोध/ १७-१२-२०२५