20-Dec-2025
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बिलासपुर (ईएमएस)। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में शुक्रवार दोपहर एक शर्मनाक और चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसने न केवल संस्थान की आंतरिक व्यवस्था बल्कि महिला सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिम्स में इंटर्नशिप कर रही एक छात्रा के साथ रेडियोलॉजी विभाग में पदस्थ टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी द्वारा मारपीट किए जाने का आरोप सामने आया है। पीडि़ता के अनुसार, शुक्रवार दोपहर किसी पुराने विवाद को लेकर टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी अचानक आक्रोशित हो गया और मामूली कहासुनी देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। आरोप है कि टेक्नीशियन ने छात्रा के साथ ताबड़तोड़ थप्पड़ों से हमला किया, जिससे छात्रा मानसिक रूप से आहत हो गई। घटना के समय छात्रा अपने इंटर्नशिप कार्य में संलग्न थी। घटना की जानकारी मिलते ही सिम्स परिसर में हडक़ंप मच गया। पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत सिम्स के डीन और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (एमएस) से की। सूत्रों के मुताबिक, मामले को लेकर प्रबंधन स्तर पर करीब एक घंटे तक बैठक भी हुई, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक न तो आरोपी टेक्नीशियन के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की गई है और न ही पीड़िता को न्याय मिलता नजर आ रहा है। छात्रों और इंटर्न डॉक्टरों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है। उनका आरोप है कि प्रबंधन आरोपी टेक्नीशियन को बचाने की कोशिश कर रहा है। बैठक में क्या निर्णय लिया गया, इसकी आधिकारिक जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे संदेह और गहरा गया है। पीडि़ता मानसिक दबाव में है और अब एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। वहीं छात्र संगठनों और महिला संगठनों ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। सवाल उठ रहा है कि जब एक मेडिकल संस्थान में पढऩे और काम करने वाली छात्राएं ही सुरक्षित नहीं हैं, तो व्यवस्था पर भरोसा कैसे किया जाए? सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सिम्स प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दबाकर खत्म कर दिया जाएगा। फिलहाल पूरे मामले पर संस्थान की चुप्पी कई तरह के संदेह को जन्म दे रही है।