70 से ज्यादा आईएसआईएस ठिकाने किए तबाह दमिश्क(ईएमएस)। अमेरिका ने सीरिया में आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े 70 ठिकानों पर हवाई हमले कर उन्हें तबाह कर दिया। यह कार्रवाई हाल ही में हुए उस हमले के जवाब में की गई जिसमें सीरिया में तैनात अमेरिका के दो सैनिक और एक ट्रांसलेटर मारे गए थे। इस मिलिट्री ऑपरेशन को ऑपरेशन हॉकआई नाम दिया गया है। यह नाम इसलिए रखा गया क्योंकि मारे गए सैनिक अमेरिका के आयोवा राज्य से थे, जिसे हॉकआई स्टेट कहा जाता है। अधिकारियों के मुताबिक जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें आतंकियों के ठहरने की जगह, हथियार रखने के गोदाम और दूसरी जगह शामिल हैं। ट्रम्प ने हमले पर रिएक्शन देते हुए कहा कि उन्होंने अपना वादा पूरा किया। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने इन हमलों को बदले की कार्रवाई बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि यह किसी नए युद्ध की शुरुआत नहीं है, बल्कि उन लोगों के खिलाफ जवाब है जिन्होंने अमेरिकी सैनिकों को मारा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की लीडरशिप में अमेरिका अपने लोगों की रक्षा से कभी पीछे नहीं हटेगा। यह पूरा मामला 13 दिसंबर को शुरू हुआ, जब सीरिया में एक हमले में अमेरिका के दो सैनिक और उनके साथ काम कर रहा एक लोकल ट्रांसलेटर मारा गया था। इसके बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने कई छोटे ऑपरेशन चलाए, जिनमें करीब 23 लोगों को मार गिराया गया या गिरफ्तार किया गया। इन ऑपरेशन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान से अहम जानकारियां मिलीं, जिनके आधार पर अब यह बड़ा हवाई हमला किया गया। अमेरिका हमलावरों को जवाब दे रहा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की हत्या के बाद अब अमेरिका आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है। ट्रम्प ने बताया कि इस हफ्ते मारे गए बहादुर सैनिकों के शव पूरे सम्मान के साथ अमेरिका लाए गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने जो वादा किया था, उसे पूरा करते हुए अमेरिका अब उन आतंकियों को करारा जवाब दे रहा है, जो इस हमले के जिम्मेदार हैं। अमेरिकी सेना सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर हमला कर रही है। ट्रम्प ने कहा कि सीरिया ने लंबे समय से बहुत खून-खराबा और हिंसा देखी है, लेकिन अगर आईएसआईएस को वहां से पूरी तरह खत्म कर दिया जाए, तो देश का भविष्य अच्छा हो सकता है। सीरियाई सरकार इस कार्रवाई का समर्थन कर रही है। राष्ट्रपति ने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी अमेरिका पर हमला करेगा या अमेरिका को धमकाएगा, उसे पहले से कहीं ज्यादा सख्त जवाब दिया जाएगा। विनोद उपाध्याय / 20 दिसम्बर, 2025