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21-Dec-2025
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कर्नल की पत्नी और बिचौलिया भी बने आरोपी नई दिल्ली,(ईएमएस)। रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को रिश्वतखोरी के आरोप में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने उनके दिल्ली स्थित आवास से 2.36 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। इस मामले में उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली और एक बिचौलिया विनोद कुमार को भी आरोपी बनाया गया है। सभी को 23 दिसंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है। सीबीआई के अनुसार यह कार्रवाई 19 दिसंबर को मिली एक विश्वसनीय सूचना के आधार पर की गई। इस संबंध में जानकारी प्राप्त हुई थी कि लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा बेंगलुरु स्थित एक निजी कंपनी से रिश्वत लेने वाले हैं। जांच में सामने आया कि शर्मा रक्षा उत्पादों के निर्माण और निर्यात से जुड़ी निजी कंपनियों के साथ मिलकर उन्हें सरकारी प्रक्रियाओं में अनुचित लाभ पहुंचाते थे और इसके बदले रिश्वत लेते थे। सीबीआई द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ कि बेंगलुरु में रहने वाले राजीव यादव और रवजीत सिंह एक दुबई स्थित कंपनी के भारत में संचालन का काम देख रहे थे। दोनों लगातार लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा के संपर्क में थे और विभिन्न सरकारी विभागों व मंत्रालयों से कंपनी के लिए अवैध लाभ हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। इसी साजिश के तहत 18 दिसंबर को कंपनी के निर्देश पर बिचौलिया विनोद कुमार ने लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा को 3 लाख रुपये की रिश्वत सौंपी, जिसके बाद सीबीआई ने मजबूत जाल बिछाया और निर्णायक कार्रवाई की। सीबीआई ने तलाशी अभियान के दौरान दिल्ली में शर्मा के आवास से 3 लाख रुपये की रिश्वत की रकम के अलावा 2.23 करोड़ रुपये नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। वहीं, राजस्थान के श्रीगंगानगर में स्थित उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली के आवास से भी 10 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। कर्नल काजल बाली वर्तमान में डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट (डीओयू), श्रीगंगानगर में कमांडिंग ऑफिसर के पद पर तैनात हैं। इस मामले में सीबीआई ने श्रीगंगानगर, बेंगलुरु, जम्मू और अन्य स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इसके अलावा नई दिल्ली में लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा के कार्यालय परिसर की तलाशी भी जारी है। जांच एजेंसी ने आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में सीबीआई अधिकारियों का कहना है, कि यह मामला रक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई है और जांच के दौरान और भी खुलासे होने की संभावना है। हिदायत/ईएमएस 21दिसंबर25