खेल
22-Dec-2025
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लगा जैसे इस खेल ने मुझसे सबकुछ छीन लिया नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है साल 2023 एकदिवसीय विश्वकप फाइनल में मिली हार से वह हताश थे और उन्होंने खेल से संन्यास का फैसला कर लिया था। तब वह इतने दुखी थे और उन्हें लगा था कि इस खेल ने उनसे सब कुछ छीन लिया है। तब भारतीय टीम ने सभी मैच जीतकर फाइनल में जगह बनायी थी पर वहां उसे ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया था। तब ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने शतक लगाकर भारतीय टीम के हाथ आयी जीत छीन ली थी। रोहित ने एक कार्यक्रम में कहा कि फाइनल के बाद उन्हें लगा था कि अब मुझे नहीं खेलना चाहिये क्योंकि इसने मुझसे सब कुछ छीन लिया है और मुझे लगा कि मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है। इस सदमे से उबरने में मुझे कुछ समय लगा था। मैं अपने को याद दिलाता था कि यही वह खेल है, जिससे मुझे असल में प्यार है। यह चीज मेरे पास है और मैं इसे इतनी आसानी से नहीं छोड़ सकता। इसके बाद धीरे-धीरे मैं इस झटके से उबर गया। मैंने अपनी खोई हुई ताकत वापस हासिल की और फिर से मैदान पर उतर गया। उन्होंने माना कि उस हार से हर कोई दुखी था और हमें भरोसा नहीं हो रहा था कि अचानक ही क्या हुआ है। मेरे लिए तो कप्तान होने के कारण यह बहुत कठिन दौर था क्योंकि मैंने उस विश्व कप के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया था। विश्श्व कप से पहले ही नहीं, बल्कि साल 2022 में कप्तानी संभालने के बाद से ही मैं उसके लिए तैयारी कर रहा था. रोहित ने टी-20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अब वह एकदिवसीय में ही खेलते हैं। उनका लक्ष्य 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक टीम में बने रहना और उसे जीतना है। रोहित ने कहा, ‘मेरा एकमात्र लक्ष्य विश्व कप जीतना था, चाहे वह टी-20 विश्व कप हो या 2023 में एकदिवीसय विश्व कप इसलिए जब ऐसा नहीं हो पाया तो मैं पूरी तरह से निराश हो गया था। मेरे शरीर में बिल्कुल भी शक्ति नहीं बची थी। मुझे इससे उबरने और वापसी करने में कुछ माह लग गये थे।’ भारतीय टीम ने इसके बाद उनकी कप्तानी में अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गए 2024 के टी20 विश्व कप में खिताब जीता था पर वह नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार से इसके बाद भी नहीं उबर पाये। रोहित ने कहा, ‘जब आप किसी चीज को हासिल करने के लिए अपनी सारी ताकत लगा देते हैं और फिर आपको मनचाहा परिणाम नहीं मिलता है तो दुखी होना एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है. मेरे साथ भी ठीक यही हुआ, लेकिन मुझे यह भी पता था कि जीवन यहीं खत्म नहीं होता, इससे सबक लेते हुए हमने टी20 विश्वकप जीता। ’ ईएमएस 22 दिसंबर 2025