:: आयुक्त ने ली समीक्षा बैठक; बोले- लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई, कचरा फैलाने वालों पर लगेगा जुर्माना :: इंदौर (ईएमएस)। नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव ने सिटी बस ऑफिस में विभागीय अधिकारियों के साथ स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक में स्पष्ट किया गया कि इस बार का सर्वेक्षण पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि इसमें वर्ष 2025 और 2026 का मूल्यांकन एक साथ किया जाना है। :: 10 अध्यायों में बंटा स्वच्छता का पैमाना :: बैठक के दौरान आयुक्त ने बताया कि नई टूलकिट के अनुसार, इस बार का मूल्यांकन 10 प्रमुख अध्यायों और 173 सूक्ष्म उप-बिंदुओं पर आधारित होगा। शहर की रैंकिंग सुधारने के लिए इन सभी मानकों पर खरा उतरना अनिवार्य है। इस वर्ष की टैगलाइन “स्वच्छता की नई पहल – बढ़ाएँ हाथ, करें सफाई साथ” रखी गई है, जो जन-भागीदारी के महत्व को रेखांकित करती है। :: एक्यूआई और विरासत स्थलों पर विशेष फोकस :: नई टूलकिट के विस्तृत पहलुओं पर चर्चा करते हुए आयुक्त ने कहा कि इस बार केवल कचरा संग्रहण ही पर्याप्त नहीं है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई), नागरिक फीडबैक, पर्यटन व विरासत स्थलों की विशेष सफाई, स्कूलों में स्वच्छता शिक्षा और सी एंड डी वेस्ट (निर्माण एवं विध्वंस कचरा) प्रबंधन को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐतिहासिक धरोहरों के आसपास स्वच्छता का स्तर विश्वस्तरीय होना चाहिए। :: आयुक्त के कड़े निर्देश : ग्राउंड पर दिखना चाहिए असर :: - रात्रि कालीन सफाई : शहर के मुख्य बाजारों और सड़कों पर रात में सफाई व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। - बैकलेन व नाला सफाई : वार्ड स्तर पर बैकलेन और छोटे-बड़े नालों की सफाई का रोटेशन चार्ट बनाकर नियमित मॉनिटरिंग की जाए। - सख्त चालानी कार्यवाही : सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने वाले व्यक्तियों और संस्थानों के विरुद्ध कड़े आर्थिक दंड की कार्यवाही की जाए। - जागरूकता अभियान : स्वच्छता को संस्कार बनाने के लिए स्कूलों और सामाजिक संस्थाओं को जोड़कर जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। आयुक्त ने सभी अधिकारियों को सचेत किया कि टूलकिट की गाइडलाइन के अनुसार ही दस्तावेजीकरण और फील्ड वर्क सुनिश्चित करें। बैठक में अपर आयुक्त, सभी ज़ोनल व स्वास्थ्य अधिकारी, सीएसआई सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। प्रकाश/22 दिसम्बर 2025