राज्य
24-Dec-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली पुलिस ने मेक इन इंडिया को बढ़ावा देते हुए पिछले पांच वर्षों में एक भी विदेशी हथियार नहीं खरीदा है और 3,770 स्वदेशी हथियारों को अपने बेड़े में शामिल कर परिचालन क्षमता को मजबूत किया है। केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को मजबूती देने के क्रम में दिल्ली पुलिस ने पिछले पांच सालों में केवल स्वदेशी हथियारों की खरीद पर जोर दिया है। इस दौरान एक भी विदेशी हथियार नहीं खरीदा गया। इस कदम से पुलिस की ऑपरेशनल क्षमता बढ़ी है और देश में देसी उत्पादन को बढ़ावा मिला है। दिल्ली पुलिस ने कुल 3,770 देसी हथियार प्राप्त किए हैं। इनमें 1770 नई 9 एमएम ऑटो पिस्टल और 2000 जॉइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन (जेवीपीसी) शामिल हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ये खरीदारी हमारी तैयारियों को मजबूत कर रही है और राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुरूप है। पिछले पांच वर्षों में विदेशी हथियारों की कोई खरीद नहीं हुई। पिछले साल हुई डीजीपी और आईजीपी कॉन्फ्रेंस में फैसला लिया गया कि सभी राज्यों की पुलिस सेना की तर्ज पर हथियार खरीदेगी, यानी मेक इन इंडिया पर पूरा फोकस रहेगा। हथियार और गोला-बारूद क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोल दिया गया है। गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनके तहत निजी उद्योगों के साथ-साथ रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) से भी खरीदारी की जा सकती है। 2021 में ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को सात पीएसयू में बदलने के बाद पुलिस की जरूरी जरूरतों के लिए निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित करने के नए नियम बनाए गए हैं। अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/24/दिसंबर/2025