राज्य
25-Dec-2025
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- ढाई साल के तेंदुए की संदिग्ध मौत शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान - पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलेगा पता - आरएफ 42 वंशीपुर बीट के गौ घाट भादर नाला के पास मिला शव - घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों सहित वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व से डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार दमोह (ईएमएस) जिले के तेन्दूखेड़ा!- तेंदूखेड़ा उप वनमंडल के अंतर्गत आने वाले तेजगढ़ वन परिक्षेत्र की वंशीपुर बीट मे नदी किनारे जंगल में एक तेंदुए का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है घटना की सूचना जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों व उप वनमंडल अधिकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी को लगी तो वन अमला मौके पर पहुंचा और जांच-पड़ताल शुरू कर तेंदुए की उम्र करीब ढ़ाई साल बताई जा रही है तेंदुए की मौत प्राकृतिक तौर पर होना बताया जा रहा है। *चरवाहों ने देखा शव वन विभाग को दी सूचना* घटना के संबंध में मिली जानकारी अनुसार तेंदुएं के शव मिलने की सूचना सुबह वन विभाग को चरवाहों द्वारा दी गई सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और घटना की सूचना दमोह डीएफओ ईश्वर रामहरि जरांडे दी गई सूचना मिलते ही डीएफओ और तेंदूखेड़ा उप वनमंडल अधिकारी प्रतीक दुबे तेजगढ़ रेंजर नीरज पांडे सहित पूरा वन अमला मौके पर पहुंचा और जांच-पड़ताल शुरू कर घटना की सूचना वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के डॉग स्क्वायड टीम को दी गई मामला तेजगढ़ वन परिक्षेत्र की वंशीपुर बीट आरएफ 42 का जहां पर तेंदुआ का शव गौ घाट भादर नाला के पास मिला है तेंदुए की उम्र ढाई साल बताई गई है तेंदुए के शरीर पर किसी भी प्रकार के कोई चोट या खरोंच के निशान नहीं मिले हैं उसके सभी अंग भी सुरक्षित मिले हैं तेंदुए की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक जांच कराई जा रही है इसके लिए सैंपल कलेक्ट किए हैं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर घटनास्थल को सुरक्षित कर वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व की डॉग स्क्वायड टीम की मदद से आसपास के क्षेत्र की जांच की गई। *पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा खुलासा* घटना के संबंध में तेंदूखेड़ा उप वनमंडल अधिकारी प्रतीक दुबे ने बताया कि एनटीसीए( राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) गाइडलाइन के अनुसार तेंदुएं के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है और उसके सैंपल जांच के लिए भेजें गए हैं तेंदुए की मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम और सैंपल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा क्योंकि तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं दोपहर में जबेरा से पशु चिकित्साधिकारी डॉ पंकज चौबे और तेंदूखेड़ा से पशु चिकित्साधिकारी डॉ हरिकांत बिलवार द्वारा तेंदुए का पोस्टमार्टम कराया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट जांच के लिए भेज दी गई है तेंदुए की मौत प्राकृतिक कारणों से होना पाया गया है वन विभाग की टीम को जिस स्थान पर तेंदुए का शव मिला है उसके पास जंगली नाला है जिसको गौ घाट भादर नाला के नाम से जाना जाता है जहां पानी का भी लिटमस टेस्ट करवाया गया है कहीं कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई है। *शरीर पर नहीं मिले निशान* तेजगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी नीरज पांडे ने बताया कि प्रारंभिक जांच में तेंदुए के शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट या शिकार के निशान नहीं पाए गए, जिससे यह स्पष्ट है कि यह शिकार का मामला नहीं है। पोस्टमार्टम के दौरान तेंदुए की आंतें पूरी तरह खाली पाई गईं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि मौत भूख, कमजोरी या किसी गंभीर बीमारी के कारण हुई हो सकती है। हालांकि मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लैब जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। तेंदुए जैसे संरक्षित वन्य जीव की मौत से इलाके में चिंता का माहौल है। वन विभाग ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और आसपास के क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को लेकर पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल पूरा मामला जांच के दायरे में है और वन विभाग सभी पहलुओं पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। *ढाई साल पहले भी मिला था मृतक तेंदुए का शव* वही दूसरी ओर तेजगढ़ वन परिक्षेत्र में बीते ढाई साल पहले भी एक तेंदुए का शव मिला था जहां आरएफ 154 घटरिया बीट में गुबरा के जंगल में पत्थरों के बीच सड़ी-गली अवस्था में शव मिला था शव 8 दिन पुराना बताया गया था जिसकी मौत प्राकृतिक तौर पर पाई गई थी। *क्षेत्र में लगातार बढ़ रही संख्या* तेंदूखेड़ा उप वनमंडल के चारों वन परिक्षेत्रों में तेंदुओं की संख्या लगातार देखी जा रही है। वन विभाग के मुताबिक तेन्दूखेड़ा उप वनमंडल के चारों रेंज में 30 से 40 तेंदुए है जिसमें उनके शावक भी है। विभाग के अधिकारियों ने बताया 18 से 24 तक चल रही बाघ गणना से पता चलेगा क्षेत्र में कितनी संख्या में मांसाहारी जानवरों मौजूद हैं।