राष्ट्रीय
25-Dec-2025
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क्रिसमस ईव पर घरों में बनाई जाती हैं सात किस्म की मछलियों का भोजन नई दिल्ली,(ईएमएस)। 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में क्रिसमस का जश्न मनाया जा रहा है। क्रिसमस खुशी, सजावट, प्रार्थना और परिवार के साथ समय बिताने का बेहद ही खास त्योहार है, लेकिन क्रिसमस से जुड़ी कुछ परंपराएं ऐसी भी हैं, जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं। इन्हीं में से एक खास परंपरा है, फेस्ट ऑफ सेवेन फिशेज। इस मौके पर सात तरह की मछलियां बनाई जाती है, कई घरों में 3, 11, 13 या किसी भी विषम संख्या में मछलियों का भोजन तैयार किया जाता है। फेस्ट ऑफ सेवेन फिशेज एक खास परंपरा है, जिसे खासतौर से इतालवी-अमेरिकी कैथोलिक परिवार मनाते हैं। इटली में क्रिसमस की पूर्व संध्या को ला विगिलिया डि नताले के नाम से जाना जाता है, और भोजन को सेना डेला विगिलिया या पूर्व संध्या का रात्रिभोज कहा जाता है। इस दिन परिवार के लोग मछली और समुद्री भोजन से बना खाना खाते हैं। दरअसल, कैथोलिक धर्म में क्रिसमस जैसे बड़े त्योहार से पहले संयम और परहेज की परंपरा होती है। इसी वजह से मांस नहीं खाया जाता और इस दिन मछली को भोजन का हिस्सा बनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक मांस को उत्सव और भोग-विलास से जोड़ा जाता है, जबकि मछली को सादगी और संयम का प्रतीक माना जाता है। इस कारण क्रिसमस से पहले की रात मछली खाना एक परंपरा बन गई है। इस परंपरा में नंबर ‘सात’ का खास महत्व है। इसके पीछे कई कारण बताए जाते हैं जिनमें रोमन कैथोलिक चर्च में सात मुख्य संस्कारों का उल्लेख है, जो एक ईसाई के जीवन के अहम पड़ाव माने जाते हैं। बाइबिल के मुताबिक ईश्वर ने सात दिनों में सृष्टि की रचना की थी। सातवां दिन विश्राम और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। ईसाई धर्म में ‘सात’ संख्या को खास महत्व दिया गया है। इसे पूर्ण और दिव्य अंक माना जाता है। कहा जाता है कि बाइबिल में इस संख्या का ज़िक्र 700 से ज्यादा बार आया है। इटली की राजधानी रोम, जिसे कैथोलिक धर्म का केंद्र माना जाता है, सात पहाड़ियों पर बसी है। यही वजह है कि सात का अंक इतालवी संस्कृति से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। हर परिवार अपनी पसंद के मुताबिक व्यंजन बनाता है, लेकिन आमतौर पर इनमें कॉड, झींगा, सैल्मन, स्क्विड, क्लैम्स, ईल और एंकोवी जैसी मछलियां शामिल होती हैं। हालांकि क्रिसमस ईव पर मछली खाने की परंपरा काफी पुरानी है, लेकिन फेस्ट ऑफ सेवेन फिशेज नाम से यह परंपरा 1900 के शुरुआती सालों में लोकप्रिय हुई। जब बड़ी संख्या में इतालवी लोग अमेरिका जाकर बसे, तो उन्होंने अपने देश की क्रिसमस ईव की परंपरा को फिर से अपनाया। उन्होंने सात कोर्स वाला समुद्री भोजन तैयार करना शुरू किया, जिससे उन्हें अपने पुराने देश इटली से जुड़ाव महसूस होता था। सिराज/ईएमएस 25दिसंबर25 -----------------------------------