ठाणे (ईएमएस)। महाराष्ट्र के ठाणे जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां महज सात दिन के एक नवजात शिशु को 6 लाख रुपये में बेचने की कोशिश करते हुए पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शहर पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने खुफिया सूचना के आधार पर की। पुलिस के अनुसार, बुधवार रात पश्चिम इलाके में एक होटल के पास जाल बिछाया गया। गिरोह की गतिविधियों की पुष्टि के लिए पुलिस ने एक नकली ग्राहक (डिकॉय बायर) को इस्तेमाल किया। सौदे की शुरुआती पुष्टि के तौर पर गिरोह को 20 हजार रुपये यूपीआई के जरिए दिए गए, जबकि बाकी 5.8 लाख रुपये नकद देने की बात तय हुई थी। जैसे ही डिकॉय ग्राहक ने सौदे की सूचना पुलिस को दी, टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की और सभी पांच आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शंकर संभाजी मनोहर (36), रेशमा शाहाबुद्दीन शेख (35), इगतपुरी निवासी एजेंट नितिन संभाजी मनोहर (33) और शेखर गणेश जाधव (35) तथा मुंबई के मानखुर्द निवासी एजेंट आसिफ चांद खान (27) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि गिरोह की एक अन्य सदस्य सबीना फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश जारी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह मामला केवल एक नवजात तक सीमित नहीं हो सकता, बल्कि इसके पीछे शिशु तस्करी का बड़ा रैकेट सक्रिय हो सकता है, जिसमें निःसंतान दंपतियों को निशाना बनाया जाता है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, अब बच्चे की जैविक मां की पहचान की जा रही है और यह भी जांच की जा रही है कि क्या किसी अस्पताल या नर्सिंग होम की इसमें भूमिका है। बरामद नवजात को फिलहाल एक विशेष देखभाल केंद्र में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।