नई दिल्ली(ईएमएस)। वर्ष 2025 उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के दूरदर्शी विजन के चलते आज उत्तर प्रदेश न केवल भारत का, बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बनकर उभरा है। अयोध्या में राम मंदिर की भव्यता और काशी विश्वनाथ धाम के दिव्य स्वरूप ने श्रद्धालुओं की संख्या में वह ऐतिहासिक उछाल लाया है, जिसकी कल्पना कुछ साल पहले तक नामुमकिन मानी जाती थी। इन आध्यात्मिक केंद्रों के कायाकल्प ने प्रदेश की पहचान को वैश्विक पटल पर एक नई ऊंचाई दी है। पर्यटन विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है। 2025 में उत्तर प्रदेश आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने पिछले सभी दशकों के रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। अयोध्या, काशी, मथुरा-वृंदावन और प्रयागराज जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों पर दर्शनार्थियों की संख्या अब करोड़ों में पहुंच गई है। यह केवल एक धार्मिक यात्रा तक सीमित नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए एक नई संजीवनी साबित हो रही है। पर्यटकों की इस भारी आमद ने स्थानीय व्यापार और सेवाओं को अभूतपूर्व गति प्रदान की है। अयोध्या अब दुनिया की नई आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित हो चुकी है। रामलला के मंदिर में विराजमान होने के बाद यहां की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। अब यहां न केवल देश के कोने-कोने से, बल्कि विदेशों से भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। हाई-टेक रेलवे स्टेशन, इंटरनेशनल एयरपोर्ट और चौड़ी सड़कों के जाल ने श्रद्धालुओं की राह बेहद आसान कर दी है। इसी तरह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद बनारस में आस्था का नया उत्साह दिख रहा है। गंगा आरती से लेकर दिव्य घाटों तक, हर जगह भक्तों का रेला लगा रहता है। वहीं, मथुरा-वृंदावन में बांके बिहारी कॉरिडोर और ब्रज क्षेत्र के विकास कार्यों ने स्थानीय रोजगार को नए पंख लगा दिए हैं। पर्यटन में इस ऐतिहासिक वृद्धि का मुख्य आधार प्रदेश का आधुनिक बुनियादी ढांचा है। नए एक्सप्रेसवे और हवाई अड्डों ने यात्रा का समय आधा कर दिया है, जिससे दूर-दराज के लोग भी सुगमता से पहुंच रहे हैं। तीर्थस्थलों पर ठहरने की उत्तम व्यवस्था और सुरक्षा के कड़े इंतजामों ने पर्यटकों का भरोसा जीता है। साथ ही, ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग जैसी डिजिटल व्यवस्था ने भीड़ प्रबंधन को प्रभावी बनाया है। धार्मिक पर्यटन का यह उभार उत्तर प्रदेश की ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को पूरा करने का सबसे बड़ा इंजन बन गया है, जिससे होटल, परिवहन और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में लाखों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/26दिसंबर2025 -----------------------------------