वॉशिंगटन,(ईएमएस)। अमेरिका के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और लेखक फ्रांसिस फुकुयामा ने डोनाल्ड ट्रंप की नीति पर सवाल खड़े किए हैं। फ्रांसिस फुकुयामा, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी निजी महत्वाकांक्षा और नोबेल पुरस्कार के लिए भारत और अमेरिका के बीच के रिश्ते को खराब किया है। फुकुयामा ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते खराब कर दिए हैं क्योंकि पीएम मोदी ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए समर्थन नहीं दिया। ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रीय हित को अपनी निजी ईगो के आगे छोटा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसिस फुकुयामा से पहले भी कई अमेरिकी थिंक टैंक, सांसद और अर्थशास्त्रियों ने ट्रंप की नीति पर सवाल खड़े किए हैं। कई पूर्व अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर्स ने भी ट्रंप की भारत नीति की आलोचना की है। दूसरा कार्यकाल संभालने के बाद ट्रंप ने बार-बार भारत को निशाना बनाया। वह भारत की अर्थव्यवस्था, जो दुनिया में सबसे तेज दर से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, उसे मृत अर्थव्यवस्था तक कह चुके हैं। फुकुयामा ने कहा कि ऐसी कोई वजह नजर नहीं आती, सिवाय निजी ईगो के। अमेरिका पिछले 30 सालों से चीन को काउंटर करने के लिए भारत के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करता आया है और ट्रंप ने उसे उठाकर फेंक दिया, क्योंकि पीएम मोदी ने उनकी नोबेल पुरस्कार की उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया। ट्रंप अमेरिका-भारत जैसे अहम रणनीतिक रिश्ते को कमजोर कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ साझेदारी अमेरिका के दीर्घकालिक राष्ट्रीय हितों से जुड़ी थी, लेकिन ट्रंप ने इसे संस्थागत नीति की बजाय व्यक्तिगत प्रशंसा और समर्थन से जोड़कर देखा। भारत के रणनीतिक एक्सपर्ट ब्रह्मा चेलानी, अमेरिका के पूर्व एनएसए जैक सुलिवन, डोनाल्ड ट्रंप के पहले प्रशासन के दौरान एनएसए रहे जॉन बोल्टन भी पिछले कुछ महीनों में अमेरिका की तरफ से भारत के खिलाफ उठाए गए कदमों की निंदा कर चुके हैं। इन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप की सौदा करने की नीति भारत के साथ संबंधों को न्यूनतम स्तर पर ला चुकी है। कई एक्सपर्ट्स ने भारत और अमेरिका के बीच विश्वास का रिश्ता टूट जाने की भी बात कही। जॉन बोल्टन ने पिछले दिनों कहा था कि ट्रंप ने जिस तरह से भारत से संबंध बिगाड़े हैं वह परेशान करने वाला हैं। इससे अमेरिका के राष्ट्रीय हित पर दीर्घकालिक गंभीर असर पड़ेगा। सिराज/ईएमएस 26दिसंबर25