अंतर्राष्ट्रीय
27-Dec-2025
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ओटावा (ईएमएस)। कनाडा में भारतीय मूल के एक व्यक्ति की मौत ने दुनिया का ध्यान खींचा है। इस कारण उन्हें करीब आठ घंटों तक अस्पताल में इलाज नहीं मिल सका है। कार्डियक अरेस्ट के बाद दर्द से तड़पने के बावजूद डॉक्टरों ने उन्हें घंटों तक इंतजार कराया, इसके बाद आखिरकार उनकी जान चली गई। इलाज में देरी की वजह से जान गंवाने वाले ये शख्स 44 साल के प्रशांत श्रीकुमार थे। अचानक सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद उन्हें ग्रे नन्स कम्युनिटी हॉस्पिटल लाया गया था। पीड़ित परिवार का कहना है कि प्रशांत को इमरजेंसी डिपार्टमेंट में आठ घंटे तक इंतजार कराया गया। इस कारण उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। परिवार का कहना है कि काम के दौरान सीने में दर्द के बाद उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ला गया लेकिन इसके बावजूद उनके इलाज में बहुत देरी हुई। प्रशांत के पिता कुमार श्रीकुमार का कहना है कि अस्पताल लाए जाने के बाद स्टाफ ने उनका चेकअप किया और वेटिंग रूम में भेज दिया। प्रशांत ने कहा कि उससे दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उसने स्टाफ को बताया कि दर्द बहुत ज्यादा है। इस पर मेडिकल स्टाफ ने इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) के बाद कहा कि घबराने जैसा कुछ भी नहीं है, आप इंतजार कीजिए। श्रीकुमार ने बताया कि प्रशांत का ब्लड प्रेशर भी बहुत ज्यादा हो गया था। आखिरकार कई घंटों के बाद आखिरकार स्टाफ ने प्रशांत को ट्रीटमेंट रूम में बुलाया। शायद तब तक देर हो चुकी थी क्योंकि जैसे ही वे उठे, तब अपनी छाती पकड़कर जमीन पर गिर गए। स्टाफ ने उन्हें होश में लाने की कोशिश की, लेकिन वे प्रशांत को बचा नहीं पाए। प्रशांत श्रीकुमार एडमोंटन में ही नौकरी करते थे। उनकी मौत ने उनके हंसते खेलते परिवार को उजाड़ दिया है। प्रशांत के परिवार में उनकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं। उनके बच्चों की उम्र 3, 10 और 14 साल है। अस्पताल स्टाफ की लापरवाही को ही परिवार और दोस्त प्रशांत की मौत का जिम्मेदार मान रहे हैं। कोवेनेंट हेल्थ ने बताया कि इस घटना को जांच के लिए चीफ मेडिकल एग्जामिनर के ऑफिस को भेज दिया गया है। आशीष दुबे / 27 दिसंबर 2025