रायगढ़,(ईएमएस)। महाराष्ट्र के औद्योगिक शहर खोपोली में एक ऐसी रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को दहशत और आक्रोश में डाल दिया है। शिवसेना की नव-निर्वाचित पार्षद मानसी कालोखे के पति और शहर की जानी-मानी हस्ती मंगेश कालोखे की दिनदहाड़े बीच सड़क पर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हमलावरों ने इस वारदात को उस समय अंजाम दिया जब मंगेश अपने बेटे को स्कूल छोड़कर घर वापस लौट रहे थे। यह पूरी बर्बर घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें हमलावरों की क्रूरता साफ देखी जा सकती है। जानकारी के अनुसार, मंगेश कालोखे रोज की तरह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गए थे। स्कूल से घर लौटते समय जब वे अपने दोपहिया वाहन पर थे, तभी एक काली चार पहिया गाड़ी ने अचानक उनका रास्ता रोक लिया। इससे पहले कि मंगेश कुछ समझ पाते या वहां से निकलने की कोशिश करते, गाड़ी से तीन-चार हमलावर धारदार हथियारों के साथ नीचे उतरे। हमलावरों ने महज कुछ ही सेकंड में उन पर ताबड़तोड़ कई वार किए। सड़क पर चीख-पुकार मच गई और मंगेश लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े। आसपास के लोग इस अचानक हुए हमले से इतने सहम गए कि किसी की भी आगे बढ़कर उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं हुई। वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद हमलावर अपनी गाड़ी में बैठकर मौके से फरार हो गए। जैसे ही इस हत्याकांड की खबर शहर में फैली, खोपोली में तनाव व्याप्त हो गया। शिवसेना कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा देखा गया। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अचल दलाल के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर पहुँचा। मंगेश कालोखे को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामले की जांच के लिए तुरंत 8 टीमें गठित कीं। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में रविंद्र देवकर, उनका बेटा दर्शन और एक महिला भी शामिल है। पुलिस अब इस हत्याकांड के पीछे के असली मकसद को तलाशने में जुटी है। चूंकि मंगेश की पत्नी मानसी कालोखे हाल ही में नगर परिषद का चुनाव जीतकर पार्षद बनी थीं, इसलिए इस घटना को सीधे तौर पर राजनीतिक रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस इस संभावना की भी जांच कर रही है कि क्या यह कोई सुपारी किलिंग (अनुबंध पर हत्या) थी या फिर इसके पीछे कोई पुरानी निजी दुश्मनी थी। स्थानीय स्तर पर चुनावी विवाद और राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई को भी इस हमले का एक मुख्य कारण माना जा रहा है। फिलहाल, इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात है और पुलिस हर पहलू की सूक्ष्मता से जांच कर रही है ताकि इस साजिश के पीछे के असली मास्टरमाइंड तक पहुँचा जा सके। वीरेंद्र/ईएमएस/28दिसंबर2025 -----------------------------------