सीहोर(ईएमएस)। साल 2025 खत्म होने वाला है और नया साल 2026 दस्तक देने को तैयार है। इस बीच, नए साल की शुरुआत आध्यात्मिक तरीके से करने के लिए देशभर से श्रद्धालु कुबेरेश्वरधाम की ओर रुख कर रहे हैं। मंगलवार को भारी संख्या में श्रद्धालु कुबेरेश्वरधाम पहुंचे। आगामी एक जनवरी नए साल पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने को लेकर विठलेश सेवा समिति और प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण की है। वहीं मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं के साथ बाबा की आरती की। इसके अलावा यहां पर एकादशी के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन का आयोजन किया। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहाकि महादेव अपने भक्तों पर सदा कृपा बरसाते है, हम धरती पर लोगों से प्यार करते हे, इसलिए हमें धोखा मिलता है, ईश्वर से प्रेम करें तो कभी धोखा नहीं मिलेगा। शिवजी एक लोटा से हमारे कल बदल देंगे। यह निश्चित है, भले ही इसमें थोडा समय लग सकता है, लोटे में जल भरकर मुस्कुराते हुए मंदिर जाएं, चाहे कितनी भी परेशानी क्यों न हो, आपके चेहरे पर भगवान हमेशा के लिए मुस्कान दे देंगे। अपना संबंध शिव से जोड़ें। यह न समझें कि भगवान नहीं सुनते, वे सबकी सुनते है। नए साल पर एक लोटा जल हर समस्या का हल एक धार्मिक आस्था और सरल उपाय है, जो मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है, जिसका मतलब है कि सच्चे मन और श्रद्धा से चढ़ाया गया एक लोटा जल सभी दुखों और बाधाओं को दूर कर सकता है, जो सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि आंतरिक शुद्धता और समर्पण की मांग करता है, ताकि सकारात्मक ऊर्जा से जीवन में सुख-शांति आ सके। भगवान शिव को दिखावे या आडंबर से ज्यादा सच्चे भाव और समर्पण को स्वीकार करते हैं। शिव महापुराण में भी यह बताया गया है कि भोलेनाथ को यदि नियम और श्रद्धा के साथ शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं, तो वह भक्त से प्रसन्न होते हैं। विमल जैन / 30 दिसम्बर, 2025