ज़रा हटके
28-Feb-2023
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लंदन (ईएमएस)। क्या कभी आपने सुना है कि किसी इंसान को कोई बीमारी न हो लेकिन फिर भी वहां व्हीलचेयर पर जाने को मजबूर हो जाए। आप कह सकते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है। कुछ न कुछ बीमारी तब हुई होगी। लेकिन आपको जानकार आश्चर्य होगा कि एक लड़की सिर्फ इसलिए व्हीलचेयर पर चली गई क्योंकि वहां दिन के चौदह घंटे फोन पर बीताती थी। जी हां, फेनिला फॉक्स नाम की लड़की के साथ जो हुआ सुनकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल फॉक्स एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं। इंस्टाग्राम पर इनके डेढ़ लाख से अधिक फॉलोवर हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया के जरिए महीने में करीब इनकी कमाई करीब 15 हजार डॉलर के आसपास थी। 2021 की शुरुआत में फॉक्स पुर्तगाल में रह रही थीं, जब उन्हें सिर और गर्दन में दर्द की शिकायत शुरू हुई। वहां डॉक्टरों से मिलीं लेकिन शुरू में डॉक्टर उनकी बीमारी को पकड़ नहीं सके। दूसरी तरफ लगातार फॉक्स की तबीयत खराब होने लगी। इसके बाद उन्होंने पुर्तगाल से ब्रिटेन जाने का फैसला लिया जहां उनके माता-पिता रहते थे। पुर्तगाल से ब्रिटेन जाने के दौरान एयरपोर्ट पर ही फॉक्स की आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। उनकी दिक्कतें बढ़ गईं और उन्हें व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा। ब्रिटेन में फॉक्स के माता-पिता ने डॉक्टरों से बात की। लेकिन ब्रिटेन के डॉक्टरों को भी फॉक्स की बीमारी का कुछ अंदाजा नहीं लग रहा था। अचानक फॉक्स के पिता ने एक दिन साइबर सिकनेस के बारे में पढ़ा। तब जाकर पता चला कि दरअसल उनकी बेटी फॉक्स साइबर सिकनेस या डिजिटल वर्टिगो की शिकार हो गईं हैं। घंटों तक फोन पर बिताना महिला को पड़ा महंगा साइबर सिकनेस ऐसी अवस्था है जब इंसान कन्फ्यूज रहने लगता है। उसकी आंखें कुछ और देख रही होती हैं. लेकिन कान और दिमाग कुछ और सुन-समझ रहे होते हैं। दरअसल आपने मोशन सिकनेस के बारे में सुना होगा। जब आप दिन भर स्क्रीन के सामने अपना समय बिताते हैं, तब इससे विजुअल वेस्टिबुलर कन्फ्लिक्ट के हालात पैदा होते हैं जो कि मोशन सिकनेस की एक वजह है। कुछ इसी तरह की स्थिति साइबर सिकनेस में भी होती है। बहरहाल अब फॉक्स का इलाज चल रहा है और वो अब मोबाइल से बिल्कुल दूर हैं। आशीष/ईएमएस 28 फरवरी 2023