मनोरंजन
07-Jun-2023
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-वजह थी मेन लीड एक्टर के लिए रखा खाना मुंबई (ईएमएस)। बालीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने एक इंटरव्यू में अपने स्ट्रगल के दौर को याद किया, जब वह फिल्मों में कुछ भी नहीं थे। एक बार नवाजुद्दीन को सिर्फ इस बात पर कॉलर से पकड़कर बाहर निकाल दिया गया था, क्योंकि वह उस जगह खाना खा रहे थे, जहां मेन लीड (हीरो-हीरोइन) खाते हैं। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने 1999 में आमीर खान स्टारर सरफरोश में एक छोटे से रोल से एक्टिंग डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार निभाए। हालांकि इस दौरान उनके साथ गलत बर्ताव किया जाता था। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने करियर के स्ट्रगल भरे दौर को याद किया। सेट पर खाने की व्यवस्था और खुद के साथ हुए बर्ताव पर नवाजुद्दीन ने कहा, यहां खाने का अरेंजमेंट भी अलग-अलग होता है। जूनियर आर्टिस्ट के लिए अलग होता है। जो बड़े आर्टिस्ट होते हैं, उनके लिए अलग और जो मेन आर्टिस्ट होते हैं, उनका भी अलग होता है। लेकिन कुछ प्रोडक्शन्स में सारे आर्टिस्ट एक साथ खाते हैं। जब खाना लगता है तो सब एक साथ खाते हैं। बहुत सारे ऐसे प्रोडक्शन्स हैं, जहां अलग-अलग व्यवस्था होती है। कई बार मैंने कोशिश की कि मेन एरिया में जाकर खाऊं, जहां लीड लोग खाते हैं। लेकिन वहां से कॉलर पकड़ा और भगा दिया गया। फिल्मों में छोटे-मोटे किरदारों के अलावा नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने टीवी सीरियलों में भी काम किया। एक समय तो ऐसा भी आया, जब नवाजुद्दीन के पास एक रुपया भी नहीं था और खाना खाए हुए भी कई दिन हो गए थे। तब उन्होंने एक सीनियर एक्टर से 50 रुपये उधार मांगे। नवाजुद्दीन ने उस बारे में बताया कि उस सीनियर एक्टर की हालत भी ठीक नहीं थे। एक्टर की तरह उनका भी काम नहीं चल रहा था। सीनियर एक्टर के पास सिर्फ 100 रुपये थे, जिसमें से 50 रुपये नवाजुद्दीन को दे दिए। तब नवाजुद्दीन सिद्दीकी और वह सीनियर एक्टर अपनी हालत देख बुरी तरह रो पड़े थे।नवाजुद्दीन सिद्दीकी को पीपली लाइव और कहानी जैसी फिल्मों से पहचान मिलनी शुरू हुई, और फिर गैंग्स ऑफ वासेपुर ने उनकी किस्मत ही पलट दी। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। सुदामा/ईएमएस 07 जून 2023