-महिलाओं की आवाज पतली होने की ये होती है वजह नई दिल्ली (ईएमएस)। स्वर रज्जु ही आपकी आवाज की ध्वनि उत्पन्न करती हैं। यह स्वरतंत्र में स्थित होता है। स्वरतंत्र श्वसन तंत्र का वह हिस्सा होता है, जो हवा को गले से आपके फेफड़ों तक जाने की अनुमति देता है। जब हवा फेफड़ों से बाहर निकलती है और स्वरयंत्र से होकर गुजरती है, इससे वोकल कॉर्ड में कंपन होने लगता है। यही कंपन ध्वनि उत्पन्न करता है। वोकल कॉर्ड वोकलिस मांसपेशी , वोकल लिगामेंट, और उन्हें ढकने के लिए एक झिल्ली से बने होते हैं। यह सतह को नम रखता है और उन्हें क्षति से बचाता है। स्वरयंत्र में लगभग 17 अन्य मांसपेशियां भी होती हैं, जो वोकल कॉर्ड्स की स्थिति और तनाव को बदल सकती हैं। इसी वजह से आवाज भी बदल जाती है। युवावस्था से पहले, महिलाओं और पुरुषों के बीच वोकल कॉर्ड्स द्वारा उत्पन्न ध्वनि में बहुत कम अंतर होता है, लेकिन युवावस्था के दौरान हार्मोन अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देते हैं। इससे स्वरयंत्र की संरचना बदल जाती है। वोकल कॉर्ड्स की लंबाई भी बदल जाती है। युवावस्था के बाद महिलाओं का वोकल कॉर्ड्स भी 20-30 प्रतिशत पतला हो जाता है। इसी पतले होने की वजह से महिलाओं की आवाज पतली हो जाती है। युवावस्था के बाद भी महिलाओं में हार्मोन का बदलाव जारी रहता है। इसकी वजह से कई महिलाओं की आवाज फिर बदल जाती है और भारी हो जाती है। बता दें कि हम सबकी आवाज उम्र के साथ बदल जाती है। बचपन में यह काफी सुरीली होती है। कुछ लोग तुलतुलाकर भी बोलते हैं। लेकिन फिर वक्त के साथ आवाज भारी हो जाती है। सुदामा/ईएमएस 31 मार्च 2024