ज़रा हटके
08-May-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। जहरीला और खतरनाक जीव होने के कारण कोबरा सांप दुनियाभर में प्रसिद्ध है। खासतौर पर भारतीय कोबरा की छवि एक डरावने और फन फैलाने वाले सांप की है जो किसी भी खतरे के सामने पीछे नहीं हटता। लेकिन दुनिया में कोबरा की एक और प्रजाति भी पाई जाती है, जिसे चीनी कोबरा कहा जाता है। यह भी उतना ही जहरीला माना जाता है, लेकिन सवाल यह है कि दोनों में क्या फर्क है और इनमें से कौन ज्यादा खतरनाक है? भारतीय कोबरा भारत के जंगलों, खेतों, रेगिस्तानों और यहां तक कि शहरी इलाकों में भी देखा जा सकता है। इसके आकार की बात करें तो यह आमतौर पर 4 से 7 फुट लंबा होता है, लेकिन कुछ मामलों में इसकी लंबाई 10 फुट तक भी पहुंच सकती है। इसका वजन औसतन 1 से 2 किलो तक होता है, लेकिन कभी-कभी यह 3.7 किलो तक भी हो सकता है। दूसरी ओर, चीनी कोबरा मुख्य रूप से दक्षिण चीन, ताइवान और उत्तरी वियतनाम जैसे क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका आकार भारतीय कोबरा से छोटा होता है, और यह आमतौर पर 3 से 4 फुट लंबा होता है। इसका स्वभाव भारतीय कोबरा से अलग होता है। जहां भारतीय कोबरा आक्रामक होता है और खतरे में फन फैलाकर डटा रहता है, वहीं चीनी कोबरा ज्यादा तेज और फुर्तीला होता है, लेकिन स्वभाव में शर्मीला होता है और अक्सर भागने की कोशिश करता है। अगर बात करें जहर की, तो दोनों ही सांपों के पास अत्यधिक जहरीला न्यूरोटॉक्सिक जहर होता है। भारतीय कोबरा का जहर मुख्य रूप से तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है, जिससे शरीर पंगु हो सकता है या मौत हो सकती है। वहीं, चीनी कोबरा के जहर में तंत्रिका तंत्र के साथ-साथ हृदय पर भी गंभीर असर डालने वाले तत्व होते हैं, जो इसे और भी खतरनाक बना देते हैं। इसलिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो चीनी कोबरा का जहर ज्यादा घातक हो सकता है, लेकिन भारतीय कोबरा की आक्रामकता और इसकी व्यापक उपस्थिति इसे आम जीवन में ज्यादा खतरा बना देती है। बता दें कि कोबरा सांपों की गिनती दुनिया के सबसे जहरीले और खतरनाक जीवों में की जाती है। भारत में कोबरा सांप को लेकर कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। सुदामा/ईएमएस 08 मई 2025