ज़रा हटके
23-May-2024
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-पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का दावा- इन पर नहीं होगा गर्मी का कोई असर वाशिंगटन,(ईएमएस)। तपती धरती और बढ़ती गर्मी के चलते वैज्ञानिकों ने अब ऐसे अविष्कार करने शुरु कर दिए हैं जो अत्याधिक तापमान में भी आसानी से कार्य कर सकते हैं। ऐसा ही एक दावा अमेरिका की पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार उनके द्वारा तैयार कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाली चिप 200 से 250 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सहने में सक्षम है। इससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि जल्द ही हीट प्रूफ कंप्यूटर मार्केट में उपलब्ध हो सकेंगे। एक तरह से अब अमरीकी वैज्ञानिकों ने एक ऐसा डिवाइस तैयार कर लिया है, जिससे कंप्यूटर 600 डिग्री सेल्सियस तापमान तक में काम कर सकेगा। अब जबकि धरती का तापमान तो आसानी से कम नहीं किया जा सकता, अत: वैज्ञानिक ऐसे डिवाइस तैयार करने में लगे हुए हैं, जिससे अधिक से अधिक तापमान में भी हमारे इलेक्ट्रानिक सामान को काम करने में कोई समस्या न आए। गौरतलब है कि जब कंप्यूटर आया था तो उसे एयर कूल्ड रुम में ही रखा जाता था और तापमान उसके हिसाब से बनाए रखने की जरुरत होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, बल्कि बढ़ते तापमान में भी आप अपना कंप्यूटर इस्तेमाल कर सकेंगे। अमेरिका स्थित पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि शोध के दौरान ‘फेरोइलेक्ट्रिक डायोड’ नाम का यह सेमीकंडक्टर स्विचिंग डिवाइस पारा 600 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाने के बावजूद घंटों काम करता रहा है। लाइव साइंस रिपोर्ट के हवाले से बताया जा रहा है कि शोधकर्ताओं ने नया कंप्यूटिंग स्टोरेज सिस्टम बना लिया है, जो कि इतने गर्म तापमान पर भी काम करेगा, जबकि चट्टानें तक पिघल सकती हैं। इस शोध में बताया गया है कि ‘फेरोइलेक्ट्रिक डायोड’ का इस्तेमाल करने वाले सेंसर और कंप्यूटिंग डिवाइस गर्म इलाकों में भी काम कर सकते हैं। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि यह डिवाइस न्यूक्लियर प्लांट, जमीन की गहराई में तेल-गैस की खोज के दौरान या सौरमंडल के सबसे गर्म ग्रह शुक्र पर भी आसानी से काम कर सकेगा। हिदायत/ईएमएस 23मई24