फ्लोरिडा,(ईएमएस)। दुनिया का सबसे बढ़ा पॉवर अमेरिका जो एक छोटे से कीड़े से परेशान है जो उसे हर साल करोड़ों रुपया का नुकसान कर रहा है। औसतन आधा ग्राम से भी कम वजन वाले ये कीड़े धरती पर डायनासोर से भी पहले से विराजमान हैं। ये शाकाहारी हैं और देखने में भी मासूम हैं, लेकिन अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया इनसे परेशान है। दुनिया भर में टिड्डों की दस हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं। इनका रंग हल्के भूरे से लेकर गुलाबी, पीले या हरा होता है। इनमें भी रेगिस्तानी टिड्डा सबसे खतरनाक माना जाता है, जो अमूमन दुनिया भर में फसलों की बर्बादी का जिम्मेदार है। रेगिस्तानी टिड्डे झुंड में निकलते हैं। एक झुंड में 10 अरब तक टिड्डे होते हैं और दिनभर में यह 200 किलोमीटर तक का रास्ता तय करते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य और कृषि संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक टिड्डों का दल एक बार में ढाई हजार लोगों का पेट भरने लायक अनाज खा जाता है। 1930 से 1950 के बीच टिड्डों का ऐसा आतंक था कि अफ्रीका के कई देश खाद्य संकट के मुहाने पर पहुंच गए। हालांकि 60 के दशक के बाद से टिड्डों के हमले में कमी आई है. लेकिन अब भी टिड्डे सबसे खतरनाक कीट माने जाते हैं। हर साल अलग-अलग देशों पर टिड्डियों के दल हमले करते हैं। एक रिपोर्ट से पता लगता है कि अकेले अमेरिका में हर साल टिड्डे 1.5 बिलियन डॉलर कीमत की फसल खा जाते हैं। रुपए में यह रकम 150 करोड़ के आसपास बैठती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक टिड्डा हर दिन अपने वजन के बराबर यानी करीब दो ग्राम तक खाना खा सकता है। 2018-19 में अफ्रीकी देशों से लेकर अफगानिस्तान, पाकिस्तान और यहां तक कि भारत के कई राज्यों में टिड्डियों का हमला देखा गया। एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2018-19 में आए साइक्लोन और खराब मौसम की वजह से टिड्डियों के हमले बढ़े हैं सिराज/ईएमएस 14 अगस्त 2024