बीजिंग (ईएमएस)। चीन में एक कॉस्मेटिक ब्रांड के लिप ग्लॉस स्टिक विज्ञापन पर विवाद खड़ा हो गया है। आलोचक विज्ञापन को वल्गर कह रहे हैं। विज्ञापन में एक मॉडल को दिखाया गया है जो लिप ग्लॉस को लगाते हुए दिखती हैं। इसकी आलोचना करने वाले कह रहे हैं कि ये विज्ञापन बेशर्मी और अश्लीलता की हद है क्योंकि इस लिप ग्लॉस का शेप पुरुष जननांग की तरह है। उनका कहना है कि ये कैसी संस्कृति को परोसा जा रहा है और विज्ञापन के नाम पर ये किस तरह की अश्लीलता को परोसा जा रहा है। ये विवाद तब शुरू हुआ जब दो सितंबर को बिनी ग्लास नाम के चर्चित ब्लॉगर ने इसके बारे में आवाज बुलंद की। इस ब्लॉगर के 50 लाख फॉलोअर्स हैं। इस ऐड के प्रमोशन, डिजाइन और ब्रांड के तौर-तरीकों पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि कंपनी ने जानबूझकर अपने प्रोडक्ट को लोकप्रिय बनाने के लिए इस फूहड तरीके को चुना है। ये विज्ञापन महिलाओं की गरिमा के खिलाफ है और उनको अपमानजनक तरीके से पेश करता है। विज्ञापन ऐसा लगता है कि कंपनी की मार्केटिंग रणनीति पुरुषों के अंग कंसेप्ट पर आधारित है। यानी एक महिला को इस तरह से पुरुष को आनंद देने के लिए सेक्सुअल ऑब्जेक्ट के रूप में पेश किया जा रहा है। ये सरासर अपमानजनक है। महिलाओं का तिरस्कार करने वाला है और जहां वे एक तरफ खुद के अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं वैसे माहौल में ये विज्ञापन महिलाओं के प्रति संकीर्ण सोच को दिखाता है। इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि जहां एक तरफ महिलाएं कंज्यूमर के रूप में अपनी प्राथमिकताएं खुद तय कर रही हैं वही दूसरी ओर इस तरह का कुत्सित प्रयास उनको प्रोडक्ट के रूप में पेश करता है। सिर्फ इतना ही नहीं कंपनी को लिप कलर्स के नाम रखने पर भी तीखे विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मसलन आलोचना करने वाले कह रहे हैं कि गर्ल्स के लिए एक लिप कलर प्रोडक्ट का नाम किस लिटिल जूजू है। जूजू का चीनी भाषा में कोई अर्थ नहीं है। यानी ये जूजू क्या है? सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि कौन इस तरह की लिपिस्टिक खरीदेगा। अगर किसी ने पूछा कि आपकी लिपिस्टिक का शेड क्या है तब कोई कैसे ये कह सकेगा कि इसका नाम किस लिटिल जूजू है? ऐसा लगता है कि ये किसी लिपिस्टिक का नहीं बल्कि सेक्स टॉय का विज्ञापन है। आशीष दुबे / 10 सितंबर 2024