-दिल्ली सीएम को जमानत मिलने पर बीजेपी बोली खुश होने की जरुरत नहीं नई दिल्ली,(ईएमएस)। सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को ज़मानत दिए जाने पर बीजेपी में बौखलाहट नजर आने लगी है। वह इसलिए कि अब केजरीवाल हरियाणा में होने वाले चुनाव में प्रचार करने उतरेंगे। इन्हीं सब नजरिए के चलते बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कट्टर बेईमान, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को फिर से आइना दिखाया है। जो आदेश पारित हुआ है, उसमें भ्रष्टाचारी केजरीवाल को सशर्त जमानत मिली है। आप नेताओं को ज्यादा खुश होने की जरुरत नहीं है। जमानत मिली है आरोप मुक्त नहीं हुए हैं। भाटिया ने कहा कि अन्य आरोपियों के जमानत आदेश की शर्तें अरविंद केजरीवाल पर भी लागू होंगी। केजरीवाल का पासपोर्ट कोर्ट में रहेगा। वह विदेश नहीं जा सकते हैं। वह हर सोमवार और गुरुवार को जांच अधिकारी के सामने पेश होंगे। वह गवाहों को डरा नहीं सकते और साक्ष्य को नष्ट भी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केजरीवाल को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, उनका तर्क है कि मुख्यमंत्री का पद पर बने रहना भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करता है। भाटिया ने कहा कि कोर्ट में उनकी दलील थी कि उनकी गिरफ्तारी अवैध है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अपीलकर्ता की गिरफ्तारी किसी भी अवैधता से ग्रस्त नहीं है। कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के दुष्प्रचार का भंडाफोड़ किया। अरविंद केजरीवाल को किसी भी अदालत से कभी राहत नहीं मिली और न ही कोई आरोप रद्द किया गया है। उन्होंने कहा कि आप को जवाब देना होगा कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी की जीरो टॉलरेंस है। भ्रष्ट केजरीवाल एक दिन झुकेंगे और लोग उनसे इस्तीफा मांगेंगे। दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल से पद छोड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि उनमें नैतिकता बची है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। केजरीवाल और आप के पास कोई नैतिक चरित्र नहीं है। वे बहुत दूर हैं। सचदेवा ने आगे कहा कि आज केजरीवाल को जमानत दे दी गई है। आप जमानती क्लब बन गई है और वहां केजरीवाल का स्वागत है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत गंभीर टिप्पणी की है, उसने कहा है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कानूनी थी। सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल को सशर्त जमानत मिलना कोई विशेष उपलब्धि नहीं है, मुकदमा चलेगा और उन्हें शीघ्र लम्बी सज़ा मिलेगी। केजरीवाल याद रखें वह अब लालू यादव, मधु कोड़ा जैसे मुख्यमंत्रियों की सूची में आ गए हैं और उन्हें भी जमानत मिली और वह शीघ्र सज़ा पाकर फिर जेल जाएंगे। उन्होंन कहा कि केजरीवाल को जमानत बेशक मिली हो पर उन्हें अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। जब वह मुख्यमंत्री का काम नहीं कर सकेंगे तो वो मुख्यमंत्री क्यों? अगर वह सच्चे हैं तो यह शर्त क्यों? इस्तीफा दें? सिराज/ईएमएस 13सितंबर24