क्षेत्रीय
02-Nov-2024
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.......कलेक्टर ने नर्मदापुरम के आर्ष गुरुकुल में स्थित गौशाला पहुंच कर की गौ सेवा..... नर्मदापुरम(ईएमएस)। गोवर्धन पूजन के अवसर पर शनिवार को कलेक्टर सोनिया मीना ने नर्मदापुरम के आर्ष गुरुकुल में स्थित गौशाला पहुंचकर गौ सेवा की। उन्होंने वहां पर गायों की पूजन कर उनको हरी घास, गुड़ एवं पशु आहार खिलाया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, अनुविभागीय अधिकारी नर्मदापुरम नीता कोरी, सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने संपूर्ण गौशाला का भ्रमण कर गायों की पूजन की उनको हरा चारा, गुड़ तथा पशु आहार खिलाया। उन्होंने कहा कि यह गुरुकुल शिक्षार्जन के साथ साथ, गौ सेवा, धार्मिक दृष्टिकोण एवं प्राकृतिक लालित्य के मिश्रण का एक अनूठा संगम है, जहां पर भारतीय संस्कृति एवं धार्मिक छटा का अविस्मरणीय अनुभव होता है। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि गुरुकुल को नर्मदापुरम के पर्यटन सर्किट से भी जोड़ा जाएगा। जिससे नर्मदापुरम में आने वाले पर्यटकों को भी यहां पहुंचकर हमारी संस्कृति, पशु प्रेम आदि की जानकारी प्राप्त हो सके तथा वे सभी भी इस क्षेत्र की अद्भुत शांति का अनुभव कर सकें। कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि शासन की भी यही प्राथमिकता है कि गौ रक्षा की दिशा में विशेष प्रयत्न किए जाएं। गुरुकुल के संचालक एवं महंत आचार्य जगत देव नैष्ठिक द्वारा जानकारी दी गई है कि यह गुरुकुल लगभग 113 वर्ष पुराना है। गुरुकुल में स्थित गौशाला में अनुमानित 121 गायों की सेवा की जाती है जिनमें कुछ निराश्रित गोवंश भी है। उन्होंने गुरुकुल के विद्यार्थियों की विद्यालयीन दिनचर्या से भी कलेक्टर को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि गुरुकुल के प्रत्येक विद्यार्थी प्रतिदिन प्रातः 4 बजे से उठकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं। प्रतिदिन पूजन करने के उपरांत पढ़ाई एवं स्वाध्याय पाठ किया जाता है। गुरुकुल के संचालक द्वारा कलेक्टर को दिसंबर में होने वाले वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के लिए भी आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री मीना ने बताया कि नर्मदापुरम जिला धार्मिक दृष्टि से पूरे प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान रखता है। यहां पर मां नर्मदा के तट पर स्थित सेठानी घाट का भी अलग महत्व है। इसका कारण यह भी है कि यहां पर समय-समय पर धार्मिक आयोजन किए जाते हैं साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मां नर्मदा का आशीर्वाद लेने यहां पर पहुंचते हैं। मां नर्मदा जयंती महोत्सव पर्व भी बड़ी ही धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है। राजीव अग्रवाल, 02 नवम्बर, 2024