- छतरपुर में भगदड़ में दो किसान घायल - छतरपुर शिवपुरी जबलपुर मंदसौर सहित कई जिलों में किसानों के प्रदर्शन भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश में दिनों दिन खाद का संकट गहराता जा रहा है। पिछले कई दिनों से प्रदेश के लगभग हर जिले से खाद की कमी को लेकर किसानों द्वारा प्रदर्शन किए जाने तथा नकली खाद बेचे जाने की सूचनायें लगातार आ रही हैं। छतरपुर में खाद लेने के लिए किसानों के बीच में एक कर्मचारी द्वारा कूपन की पर्ची फेंकने के कारण भगदड़ मच गई। इस भगदड में दो किसान घायल हो गए। एमपी एग्रो के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद सिसोदिया और अन्य कर्मचारी देर से कार्यालय पहुंचे थे। यहां पर किसानों की भीड़ लगी हुई थी mएक कर्मचारी ने कूपन की पर्चियां किसानो की भीड़ के सामने फेंक दीm कूपन की पर्चियां लेने के लिए किसानों में भगदड़ मच गई। कई किसान कुचल गए। बाद में कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया राज्य सरकार द्वारा लगातार अधिक से अधिक खाद लाने के प्रयास किये जा रहे है। केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिलने के कारण मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में किसानों में भारी रोष है। जगह-जगह पर प्रदर्शन हो रहे हैं। जबलपुर जिले में हजारों किसान डीएपी लेने के लिए जगह-जगह चक्कर काट रहे हैं। जबलपुर, सिहोरा और अन्य ब्लॉक में किसानों के बीच में भारी रोष देखने को मिल रहा है। किसान संगठनों द्वारा खाद की कालाबाजारी किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। खाद की कमी के कारण नकली एवं मिलावटी खाद बाजार में महंगे दामों पर बेची जा रही है। मध्य प्रदेश के अंचल, शिवपुरी, मुरैना, मंदसौर सीहोर सहित लगभग दो दर्जन जिलों में किसानों की लंबी-लंबी लाइने लगी हैं। जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिलने के कारण बोनी प्रभावित हो रही है। जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। ऐसा लगता है कि इस बार बोनी का रकवा पिछले साल की तुलना में कम होगा। एसजे/ 12 नवम्बर 24