रूस में तैयार होंगे हर माह 40000 ड्रोन ड्रोन से लड़ा जाएगा तीसरा महायुद्ध नई दिल्ली (ईएमएस)। दुनिया का अगला महायुद्ध ड्रोन से लड़ा जाएगा। इस बात की आशंका दिखने लगी है। चीन ने 10 लाख ड्रोन तैयार करने के आदेश पाली टेक्नोलॉजी कंपनी को दिए हैं। जो चीन की कंपनी है। चीन की सरकार ने 2026 तक 10 लाख ड्रोन की आपूर्ति करने का आदेश दिया है। जिसकी सारी दुनिया में चर्चा हो रही है। रूस और यूक्रेन के युद्ध में जिस तरह से ड्रोन के माध्यम से एक दूसरे के ऊपर हमले किए गए हैं। इजराइल और फिलिस्तीन की लड़ाई में जिस तरह से ड्रोन का उपयोग किया गया है। उसके बाद से यह कहा जा रहा है। युद्ध में ड्रोन काफी प्रभावी भूमिका अदा कर रहे हैं। कम खर्चे में दुश्मन के ठिकानों पर लक्ष्य के साथ हमला किया जा सकता है। इसमें सैनिकों की भी आवश्यकता नहीं होती है। तकनीकी के माध्यम से ड्रोन का संचालन बहुत आसान हो गया है। रूस में हर माह 40000 ड्रोन रूस के रक्षा मंत्रालय ने ड्रोन उत्पादन में भारी वृद्धि की है। प्रतिमाह 40000 ड्रोन तैयार करने का यूनिट तैयार किया है।अगले महायुद्ध के लिए इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और सिग्नल इंटेलिजेंस के लिए प्रतिमाह 5000 यूनिट का लक्ष्य रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा रखा गया है। तकनीकी परिषद की बैठक में यह जानकारी रूस के रक्षा मंत्री बेलोसेव द्वारा दी गई है। ताइवान को अमेरिका से ड्रोन की सप्लाई अमेरिका ने ताइवान को बड़ी मात्रा में ड्रोन सप्लाई किये हैं। ताइवान की सेना ने ड्रोन की उपयोगिता को बढ़ा दिया है। इसके लिए सैनिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सारी दुनिया के देशों से ड्रोन की मांग बढ़ी पिछले दो वर्षों में युद्ध के दौरान ड्रोन के हमले काफी कारगर रहे हैं। जिसके कारण सारी दुनिया के देशों का ध्यान अब ड्रोन पर चला गया है। जिस तरह से दुनिया के देशों में तनाव बना हुआ है। उसके बाद प्रत्येक देश, अति आधुनिक ड्रोन खरीदने की होड़ में लग गया है। चीन रूस और अमेरिका अब ड्रोन के निर्माण में विशेष अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत की चिंता बढ़ी पड़ोसी देशों से तनाव होने के कारण भारत के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। भारत की सीमा कई पड़ोसी देशों के साथ लगती हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में जिस तरह से ड्रोन का उपयोग बढ़ रहा है। उससे भारत की चिंता बढ़ गई है। चीन यदि ड्रोन के माध्यम से नवीन तकनीकी का उपयोग करेगा। चीन दूसरे देशों को ड्रोन सप्लाई करेगा। इसके लिए भारत को तैयार रहने की जरूरत है।इतना तय है, अगला महायुद्ध ड्रोन से लड़ा जाएगा।इसके लिए अत्यधिक ए- आई तकनीकी तथा घातक रसायनो, का उपयोग किया जा सकता है। इससे दुनिया के देशों की चिंता बढ़ गई है। एसजे/ 26 दिसम्बर /2024