पत्नी अनुष्का और बच्चों के साथ वृंदावन में प्रेमानंद महाराज से ली शिक्षा नई दिल्ली,(ईएमएस)। ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटते ही विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का और दोनों बच्चों के साथ वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे। खेल में अपना फार्म खो चुके विराट अब अध्यात्म और भक्ति के जरिए खोई हुई फॉर्म वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं। विराट के सामने सबसे बड़ी चुनौती चैंपियंस ट्रॉफी 2025 है, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है। अब सवाल यह है कि क्या स्वामी प्रेमानंद की शरण में पहुंचने के बाद विराट ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को बेवजह खेलने की अपनी आदत से बाज आ जाएंगे। पहले भी विराट कोहली खेल के बीच अध्यात्म के मार्ग पर चलकर अपनी खोई फॉर्म वापस पा चुके हैं। साल 2020-21 में विराट कोहली की खराब फॉर्म का सिलसिला फैन्स को याद ही होगा। यह वह दौर था जब विराट की टीम में मौजूदगी पर कई क्रिकेट दिग्गजों ने ही सवाल उठाए थे। तीन साल से उनके बल्ले से कोई शतक नहीं लगा था। तब विराट अपनी पत्नी अनुष्का सहित बाबा नीम करोली के दरबार में पहुंचे थे। उन्हें इसका फायदा मिला और एशिया कप 2022 में उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान छक्के के साथ शतक पूरा कर इस सूखे का अंत किया था। विराट इसके बाद यहीं नहीं रुके। साल 2022 और 2023 में उनके बल्ले ने खूब धूम मचाई। साल 2023 में विराट इंटरनेशनल क्रिकेट में वनडे, टेस्ट और टी20 सभी फॉर्मेट में मिलाकर भारत के लिए सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में शुभमन गिल के बाद दूसरे नंबर पर रहे। 2022 में भी विराट इस मामले में 1,348 रनों के साथ चौथे स्थान पर रहे रहे थे। साल 2024 में भी विराट इस सूची में पांचवें स्थान पर खिसक गए। क्या अध्यात्म का रास्ता अपनाने के बाद विराट को ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को छोड़ने की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। स्वामी प्रेमानन्द महाराज ने विराट को शिक्षा दी है कि वह क्रिकेट खेल की प्रैक्टिस को ही अध्यात्म समझें। वह अपनी प्रैक्टिस को आगे जारी रखें और धैर्य रखें। खेल में जरूरी नहीं कि हर बार सफलता ही मिले। कई बार असफलताएं भी हाथ लगती हैं। अगर वह ऐसे ही प्रैक्टिस को जारी रखेंगे तो निश्चित ही उन्हें सफलता मिलेगी। ऐसे में विराद के फैन्स उम्मीद कर सकते हैं कि वह फिर वापसी करेंगे और ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को खेलने से परहेज करेंगे। सिराज/ईएमएस 11जनवरी25 --------------------------------