15-Apr-2025
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भोपाल(ईएमएस)। मध्य प्रदेश की प्रमुख सांस्कृतिक संस्था भोपाल तमिल संगम आगामी रविवार, 20 अप्रैल 2025 को होटल वेस्टर्न, कोलार रोड, भोपाल में अत्यधिक प्रतीक्षित तमिल नववर्ष उत्सव 2025 का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन तमिल विरासत, परंपराओं और एकता की एक जीवंत झलक पेश करेगा, जिसमें परिवारों, गणमान्य व्यक्तियों और सांस्कृतिक प्रेमियों की भागीदारी पूरे क्षेत्र से देखने को मिलेगी। तमिल नववर्ष, जिसे पुथांडु कहा जाता है, तमिल पंचांग का पहला दिन होता है और यह पर्व विश्वभर में तमिल समुदायों द्वारा अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह नवीनीकरण, कृतज्ञता, समृद्धि और शांति के स्वागत का प्रतीक है। भोपाल जैसे शहर में, जो तमिलनाडु के तटीय नगरों से काफी दूर है जहाँ यह पर्व पारंपरिक रूप से मनाया जाता है, यह उत्सव विशेष महत्व रखता है। यह एक ऐसे प्रवासी समुदाय की दृढ़ता और गर्व को दर्शाता है जिसने अपनी भाषाई, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हुए स्वयं को मध्य प्रदेश की संस्कृति में भी सफलतापूर्वक एकीकृत किया है। इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से तमिल संस्कृति की समृद्धि को उजागर करने हेतु डिज़ाइन किया गया है। कार्यक्रम में पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रस्तुतियों का समावेश होगा, जिनमें भरतनाट्यम, करगट्टम और कर्नाटिक संगीत शामिल हैं। इसके साथ ही सांस्कृतिक प्रदर्शनी, प्रामाणिक तमिल व्यंजनों की विविधता, समुदाय सहभागिता कार्यक्रम, सांस्कृतिक पुरस्कार वितरण और तमिलनाडु व मध्य प्रदेश के अधिकारियों की भागीदारी भी कार्यक्रम का हिस्सा होंगी। इस आयोजन के संबंध में भोपाल तमिल संगम के अध्यक्ष श्री पी. राजू ने अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कहा: “तमिल नववर्ष केवल एक पर्व नहीं है, यह हमारी पहचान, मूल्यों और सांझा सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। यह कार्यक्रम तमिल प्रवासी समुदाय को एक साथ लाने और हमारी परंपराओं को भोपाल की व्यापक जनता के सामने प्रस्तुत करने का एक मंच है। हम सभी का खुले दिल से स्वागत करते हैं कि वे इस भव्य तमिल सांस्कृतिक उत्सव में सम्मिलित हों।” संगठन के महासचिव श्री ए. स्वामी दुरई ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा: “हर वर्ष, हम इस आयोजन को और अधिक भव्य और समावेशी बनाने का प्रयास करते हैं। तमिल संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी और जीवंत संस्कृतियों में से एक है, और हमारा उद्देश्य इसे संरक्षित करने के साथ-साथ विभिन्न समुदायों के बीच एकता को भी बढ़ावा देना है। 2025 का आयोजन एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसमें हमारे प्रायोजकों, स्वयंसेवकों और व्यापक समुदाय का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा।” वर्षों से भोपाल तमिल संगम ने शहर के बहुसांस्कृतिक परिदृश्य में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है। इस संस्था ने हमेशा ही तमिल संस्कृति की विविधताओं को उत्सवों के माध्यम से प्रस्तुत कर सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा दिया है। तमिल नववर्ष का उत्सव संगठन के प्रमुख आयोजनों में से एक है, जहाँ कला, भोजन, भाषा और भावनाएँ एक साथ मिलकर विविधता में एकता का वातावरण निर्मित करती हैं। इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से यादगार होने की उम्मीद है, जिसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी देखने को मिलेगी। दशकों पूर्व स्थापित यह संगठन एक छोटे से सामुदायिक प्रयास से आज एक प्रतिष्ठित सांस्कृतिक संस्था में परिवर्तित हो चुका है। इसके कार्यक्रमों में तमिल भाषा कक्षाएं, पोंगल उत्सव, सामुदायिक सेवा, सेमिनार और युवाओं के लिए साहित्यिक गतिविधियाँ शामिल हैं। लेकिन नववर्ष उत्सव इस संस्था का सबसे प्रमुख और गौरवपूर्ण आयोजन माना जाता है, न केवल इसकी भव्यता के कारण, बल्कि इस आयोजन के पीछे महीनों की योजना और सामुदायिक सहभागिता के कारण भी। भोपाल तमिल संगम का यह आयोजन न केवल तमिल समुदाय के लिए बल्कि पूरे भोपाल और मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक जीवन के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। यह उत्सव सभी को आमंत्रित करता है कि वे संस्कृति, संगीत, परंपरा और स्वाद से परिपूर्ण इस दिन को साझा करें और तमिल संस्कृति की गरिमा का अनुभव करें। धर्मेंद्र, १५ अप्रैल, २०२५