जगदलपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के मछुआ समुदाय के लिए जगदलपुर में आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया। जिला पंचायत सभागार में मछुआरा वर्ग के कल्याण और विकास के लिए विशेष जिला स्तरीय परिचर्चा का आयोजन हुआ, जिसने मछुआरों की उम्मीदों को नई दिशा दी। यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक बैठक नहीं, बल्कि मछुआ समाज के उज्जवल भविष्य की रणनीति तय करने का एक मंच बन गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा की उपस्थिति ने आयोजन को खास बना दिया। उनके साथ जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष बलदेव मंडावी, महापौर संजय पांडे, एमआईसी मेंबर योगेंद्र पांडे और कई जनप्रतिनिधियों ने भाग लेकर मछुआरों के अधिकारों और संभावनाओं को लेकर खुली चर्चा की। सहकारी समितियों, मछुआ समूहों और मत्स्य पालकों के साथ इस परिचर्चा में मत्स्य पालन को रोजगार और आत्मनिर्भरता का मजबूत जरिया बनाने पर जोर दिया गया। “मछुआरों की मेहनत सिर्फ जल तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, वह अब नीति निर्माण में भी झलकेगी”, यह बात कई वक्ताओं ने जोर देकर कही। उप संचालक मत्स्य विभाग समेत विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे, जिन्होंने योजनाओं, सब्सिडी, प्रशिक्षण और बाज़ार तक पहुंच जैसे विषयों पर जानकारी दी। सदस्यों ने जल संसाधनों के बेहतर उपयोग, आधुनिक मत्स्य पालन तकनीकों और सरकारी योजनाओं तक सीधी पहुंच के महत्व को रेखांकित किया। परिचर्चा में यह भी तय हुआ कि भविष्य में मछुआ समुदाय के लिए विशेष प्रशिक्षण, उपकरण वितरण और ऋण सहायता जैसे कदमों को तेज़ी से लागू किया जाएगा। ईएमएस(संजय कुमार जैन)18अप्रैल 2025