राष्ट्रीय
21-Apr-2025
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-लाठी चलाने में दक्ष 6 साल के विभोर से मिले भागवत, आशीर्वाद भी दिया लखनऊ,(ईएमएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का यह शताब्दी वर्ष है। संघ प्रमुख मोहन भागवत पिछले कई दिनों यूपी के अलीगढ़ प्रवास पर थे, लेकिन इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा किया जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। शनिवार सुबह मोहन भागवत अचानक अलीगढ़ के एक मोहल्ले में पहुंचे, एक घर की डोर बेल बजाई और पूछा कि क्या यह बाल स्वयंसेवक का घर है? घरवालों ने घर के दरवाजे पर संघ प्रमुख मोहन भागवत को देखा तो आश्चर्य चकित रह गए। दरअसल, यह बाल स्वयंसेवक विभोर शर्मा का घर था, जिसके पिता विभाकर शर्मा स्वयं संघ के स्वयंसेवक हैं और नियमित रूप से शाखा में जाते हैं। महज 6 साल का विभोर लाठी चलाने में दक्ष है। संघ की शाखा में लाठी चलाने की विशेष शिक्षा दी जाती है, जो शाखा का अभिन्न अंग माना जाता है। भागवत स्वयं कभी संघ के शारीरिक प्रमुख रहे हैं और लाठी चलाने में उन्हें भी महारथ हासिल थी, जब उन्हें विभोर के बारे में जानकारी मिली, तो वे खुद उससे मिलने उसके घर पहुंच गए। आरएसएस ने अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर अपनी शाखाओं को लेकर कई लक्ष्य तय किए हैं। हर बस्ती में शाखा लगाना, हर घर तक संघ को पहुंचाना और ज्यादा से ज्यादा स्वयंसेवक तैयार करना ताकि 100 साल बाद भी नए स्वयंसेवक संघ को युवा रख जा सकें। यदि 100 साल के आरएसएस को युवा रखना है, तो बाल स्वयंसेवक ही इसकी रीढ़ होंगे, जो इसे अगली पीढ़ी तक ले जाएंगे। इस बाल स्वयंसेवक के घर जाकर भागवत ने यह संदेश दिया कि सियासत नहीं, शाखा ही संघ की प्राथमिकता है। संघ प्रमुख ने विभोर के घर आधा घंटा बिताया, उनके परिवार से बातचीत की और आशीर्वाद दिया। विभोर के पिता आईटी क्षेत्र में काम कर चुके हैं। उन्होंने अपने परिवार में संघ के संस्कारों को गहराई से स्थापित किया है। सिराज/ईएमएस 21अप्रैल25