दिल्ली से फ्लाईट से आया भोपाल, फिंगरप्रिंट मिसमैच होने से पकड़ा गया सॉल्वर -पुलिस ने मास्टरमांइड, सॉल्वर, असल उम्मीदवार सहित तीनो को दबोचा भोपाल(ईएमएस)। मिसरोद पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए फर्जी तरीके से पेपर देने वाले गिरोह के तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी सॉल्वर मास्टरमाइंड से मोटी रकम की डील कर असल उम्मीदवार की जगह परीक्षा देता था। वहीं मास्टरमाइंड असल उम्मीदवार से सॉल्वर को दी जाने वाली रकम के साथ ही लाखो की रकम अपने कमीशन के ऐवज में लेता था। थाना प्रभारी मनीषराज सिंह भदौरिया ने बताया की रविवार को बंगरसिया में स्थित सेंट्रल स्कूल में सीबीएसई की ओर से आयोजित एलडीसी पद पर भर्ती परीक्षा के दौरान दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए मुन्नाभाई को फिंगरप्रिंट मिसमैच होने पर कर्मचारियो ने पुलिस को सूचना दी थी। खबर मिलने पर पहुंची पुलिस की शुरुआती जॉच में सामने आया की उम्मीदवार रोल नंबर 108115179 बबलेश मीणा के स्थान पर कोई और व्यक्ति फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने परीक्षा देने वाले सॉल्वर को पकड़ कर पूरे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियो के अनुसार फर्जी सॉल्वर को हिरासत में लेकर मामला कायम कर उसे गिरफ्तार कर आगे की जॉच शुरु की गई। *मास्टरमांइड ने 10 लाख में की थी डील, सॉल्वर ने लिये थे 4 लाख, प्लेन से आया था भोपाल पुलिस ने जब आरोपी सोनू कुमार मिश्रा से पूछताछ की तब पहले तो उसने खुद को असल उम्मीदवार बबलेश मीणा निवासी दौसा राजस्थान ही बताया। थोड़ी सख्ती बरतने पर उसने खुलासा किया की उसका असली नाम सोनू कुमार मिश्रा पिता श्रीलाल मिश्रा (31) निवासी कदमकुआँ पटना स्थाई निवासी मधुबनी बिहार है।, पटना मे पढाई के दौरान उसकी पहचान जसवत मीणा पिता जगदीश मीणा (30) निवासी इन्दा नगर जगतपुरा जयपुर से हुई थी। जसवंत ने उसे बबलेश मीणा पिता चिरंजी लाल मीणा (27) निवासी ग्राम खिलचीपुर थाना सलेमपुर जिला दौसा राजस्थान की जगह पर पेपर देने के लिए चार लाख रुपये मे बात तय की थी। उसके राजी होने पर जसवंत ने बबलेश मीणा से 10 लाख रुपये मे डील तय करते हुए मास्टरमांइड जसवंत मीणा ने 6 लाख रुपये का कमीशन खुद रखना चाहता था। बातचीत तय होने पर जसवंत ने बबलेश मीणा से 2 लाख रुपये एंडवास लेकर 50 हजार रुपये सोनू कुमार मिश्रा को दे दिये थे। इसके बाद 19 अप्रेल को सोनू दिल्ली से फ्लाईट से भोपाल आकर होटल मे ठहरा और 20 अप्रेल को बबलेश मीणा बन कर परीक्षा देने पहुंच गया, लेकिन यहॉ बायोमैट्रिक मिसमैच होने पर वह पकड़ में आ गया। सोनू कुमार से पूछताछ में हुए खुलासे के बाद तुरंत ही एक्शन में आई पुलिस टीम ने मास्टरमांइड जसवंत कुमार मीणा और असल उम्मीदवार बबलेश मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियो के कब्जे से टेबलेट, दो मोबाईल, आईडी कार्ड सहित करीब डेढ़ लाख की नगदी जप्त की गई है। अधिकारियो का कहना है की गिरोह कब से यह काम कर रहा है, और अब तक कितने उम्मीदवारो के स्थान पर फर्जी सॉल्वर से परीक्षा दिलवा चुके है, इसका खुलासा पूछताछ के बाद ही हो सकेगा। जुनेद / 22 अप्रेल