क्षेत्रीय
27-Apr-2025
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गुना (ईएमएस)| प्रज्ञा प्रवाह गुना विभाग के तत्वाधान में महिला आयाम गुना द्वारा माडर्न चिल्ड्रन स्कूल में महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संयोजक अनिरुद्ध सिंह सेंगर ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में साहित्यकार डॉ. सतीश चतुर्वेदी शाकुन्तल उपस्थित रहे। संगोष्ठी की जानकारी महिला आयाम संयोजक नीलम कुलश्रेष्ठ ने दी। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुआ। इसके बाद सुचेता अरोरा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए अनिरुद्ध सिंह सेंगर ने प्रज्ञा प्रवाह की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे विदेशी शिक्षा पद्धति और अभारतीय मानसिकता ने भारतीय समाज में विभाजनकारी प्रवृत्तियों को जन्म दिया। उन्होंने समाज को ऐसे विचारों से सतर्क रहने की आवश्यकता बताई। युवा आयाम संयोजक रनीश जैन ने कुटुंब प्रबोधन विषय पर विचार रखते हुए कहा कि परिवारों में संवादहीनता और नकारात्मक टीवी कार्यक्रमों के कारण सामाजिक विकृतियां बढ़ रही हैं। उन्होंने परिवार में संवाद और समय देने पर जोर दिया। डा. शोभा सिंह ने पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं की भूमिका विषय पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाएं पर्यावरण के सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं की केंद्र बिंदु हैं और उनकी सक्रिय भागीदारी जरूरी है। मुख्य अतिथि डॉ. सतीश चतुर्वेदी ने जीवन अनुशासन पर संबोधित करते हुए कहा कि जड़ों से कटने के कारण समाज में अवसाद बढ़ रहा है। उन्होंने अनुशासन को जीवन की सुचारूता के लिए अनिवार्य बताया। डा. प्रीति सक्सेना ने महिला स्वास्थ्य विषय पर बोलते हुए संतुलित आहार, प्रकृति से जुड़ाव और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी। संगोष्ठी में उपस्थितजनों के साथ विभिन्न ज्वलंत विषयों पर विमर्श भी हुआ। जिसमें विवाहेत्तर संबंधों पर आधारित धारावाहिकों के प्रसारण पर रोक, अश्लील विज्ञापनों पर प्रतिबंध, दुष्कर्म पीडि़ताओं के मुद्दे और असामाजिक गतिविधियों में महिलाओं की बढ़ती सहभागिता जैसे विषय शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन नीलम कुलश्रेष्ठ ने किया और आभार मधुर कुलश्रेष्ठ ने व्यक्त किया। इस अवसर पर अनेक प्रबुद्धजन मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में पहलगांव में आतंकवादियों के हाथों मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। - सीताराम नाटानी (ईएमएस)